फिरोजपुर: दशहरे के दिन अमृतसर में जौड़ा फाटक पर सैंकड़ों लोगों की जान लेने वाली जालंधर से अमृतसर जाने वाली डी.एम.यू. ट्रेन के ड्राइवर की खुदकुशी करने की तस्वीरें और वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं।
देखते ही देखते ड्राइवर की खुदकुशी वाला यह वीडियो न केवल वाट्सएप बल्कि एफ.बी. जैसी कई सोशल साइट्स पर फैलने लगा जिसे देख कर न केवल रेलवे में हड़कंप मच गया, बल्कि पंजाब समेत उत्तर भारत के कई शहरों में यह खबर तेजी से फैल गई।
वायरल हुए इस संदेश में डी.एम.यू. ट्रेन चालक को न केवल फांसी पर लटका हुआ दिखाया गया बल्कि इस घटना को अमृतसर के तारावाला पुल नामक जगह को बताया गया। हालांकि सोशल मीडिया पर ट्रेन चालक के एक पत्र जिसमें इस घटना का जिक्र किया गया, भी तेजी से वायरल हुआ जिसमें बाकायदा ट्रेन चालक के नाम वाला पत्र जिसमें इस घटनाक्रम की जानकारी दी गई थी भी वायरल कर दिया गया। सोशल मीडिया पर तेजी से फैली इस अफवाह को देखते हुए रेलवे को ड्राइवर के बचाव में कूदना पड़ा।
फिरोजपुर मंडल के डी.आर.एम. विवेक कुमार ने बताया कि सोशल मीडिया पर डी.एम.यू. ट्रेन चालक की खुदकुशी करने की तस्वीरें और वीडियो पूरी तरह से झूठी हैं। उन्होंने बताया कि ट्रेन का चालक रेलवे की कस्टडी में पूरी तरह से सुरक्षित है । इस बाबत लोग इस घटना को लेकर किसी तरह का कोई भ्रम न फैलाएं।
