मोहन गुर्जर
हरदा/ प्रदेश कांग्रेस में जहां नेताओ विधायको मंत्रियों के विवादित बोल इन दिनों गूंज रहे है। जिनसे कहि बार पार्टी को अपने ही घर के सदस्यों की गलत बयानवाजी के कारण शर्मिदा होना पड़ रहा है। वही टिमरनी में भी एक ऑडियो बायरल होने के बाद हड़कम्प मच गया।आडियो बायरल होने के बाद सफाई देने में भी जुटे युवा नेता।
टिमरनी विधानसभा में भी कांग्रेस पार्टी की गुटवाजी चरम पर है। आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा से जहां एक मात्र प्रबल दावेदार विधायक संजय शाह है। वही कांग्रेस से तीन दावेदार अपनी ताल ठोक रहे है। जहां तक हम पूर्व विधानसभा चुनावो की बात करे तो इस सीट से कांग्रेस पार्टी के पास भाजपा के सामने कोई भी दमदार प्रत्याशी नही था। जिसके कारण भाजपा के संजय शाह दोबारा विधायक चुने गए। विधायक शाह भी अपनी स्वयं की सत्ता सरकार होने के बाद भी कोई खास उपलब्धि क्षेत्रवासियों को नहीं दे पाए। वही कांग्रेस पार्टी के पास न योग्य दावेदार था। और नही कार्यकर्ताओ में कोई जोश जुनून विधानसभा क्षेत्र में एक वक्त ऐसा भी था । कांग्रेस के आंदोलन रैलियों में सिर्फ दर्जन दो दर्जन भर कार्यकर्ता ही दिखाई देते थे।लेकिन जैसे ही मकड़ाई रियासत के युवराज अभिजीत शाह ने कांग्रेस पार्टी का झंडा थामा ओर इस विधानसभा में एंट्री मारी किसान, मजदूर, व्यापारी हर एक वर्ग के लिए उनकी समस्याओं के लिए धरना प्रदर्शन किये लोगो के सुख दुख दर्द में हमेशा बढ़चढ़कर हिस्सा लिया और क्षेत्र में सतत सक्रिय रहे युवा वर्ग में अपनी गहरी पैठ कम समय मे बनाई। ओर टिमरनी विधानसभा में कांग्रेस पार्टी को क्षेत्र में मजबूत प्रदान करने में कामयाब भी हुए। पिछले विधानसभा चुनाव में टिमरनी विधानसभा क्षेत्र से योग्य कर्मठ उम्मीदवार नही होने से कही वरिष्ठ कांग्रेसी कुंभकर्ण की नीद बर्षो से सोये हुए थे। वह पिछले दो बर्षो से अब सब मैदान में कूद गए। ओर पार्टी के लिए काम करते दिखाई देने लगे। अभिजीत शाह ने पार्टी के बैनर तले ओर बिना बैनर के भी जनता के लिये काम किया उन्होंने सतत क्षेत्र में सक्रिय रहकर ग्रामीण क्षेत्र में अपनी एक नही पहचान बनाने में कोई कसर नही छोड़ी यहां तक कि राजधानी भोपाल में भी कांग्रेस के बड़े आंदोलन में उपस्थिति दिखाकर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। जिला कांग्रेस द्वारा आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के सामने आम सभा मे भी लगभग 250 गाड़ीयो के काफिले के साथ हजारो कार्यकर्ताओ के साथ पहुचे ओर कार्यक्रम को सफल बनाया। आज अगर क्षेत्रवासियों की बात करे तो भाजपा विधायक संजय शाह के सामने दमदार कांग्रेस का चेहरा अभिजीत शाह ही है। हालांकि इंजीनियर कमल धुर्वे भी बर्षो से पार्टी के सेवक रहे है। और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की नर्मदा परिक्रमा में अपनी उपस्थिति दी है। इन्हें दिग्विजय सिंह का करीबी बताया जाता है । ओर एक ओर अन्य प्रत्याशी रमेश मर्सकोले भी टिकिट की दौड़ में शामिल है। यह हरदा विधायक के निजी सचिव है। आदिबासी समाज मे अच्छी पकड़ है। सामाजिक क्षेत्र में इनका योगदान भी अच्छा खासा है। टिमरनी की बात करे तो इस बार सभी प्रत्याशी अच्छे और दमदार है लेकिन आपसी गुटवाजी यहां चोक चौराहों पर सुनने को मिल जायेगी।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता के पुत्र का आडियो वायरल से मचा हड़कंप
बुधबार को एक ऑडियो जिसमे एक कांग्रेस के पदाधिकारी ओर यूथ कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष की ऑडियो बायरल होने से हड़कंप मंच गया। आडियो में आवाज कांग्रेस के एक रहटगांव मंडलम अध्यक्ष शशि बांके ओर यूथ कांग्रेस विधान सभा अध्यक्ष राहुल जायसवाल की जिसमे जायसवाल यह कह रहे है कि हम उसे जीतने भी नही देगे बह कितने भी बड़े वाला हो । ज्ञात हो कि राहुल टिमरनी के वरिष्ठ कांग्रेस नेता पप्पू जायसवाल के पुत्र है। जो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के बेहद करीबी है। और शशि बांके युवराज अभिजीत शाह के कट्टर समर्थक है । एवं रहटगांव मंडलम अध्यक्ष ओर सोशल मिडिया पर सबसे ज्यादा पोस्ट ओर पार्टी का प्रचार प्रसार शशि बांके द्वारा किया जाता है। लेकिन बुधवार को दोपहर यह आडियो दर्जनों व्हाटसअप ग्रुप पर शेयर हो गया। आडियो बायरल होने के बाद कांग्रेस नेता जायसवाल ने भी सोशल मीडिया पर अपना पक्ष रखा कि कुछ लोग आडियो का गलत प्रचार कर रहे है। और मेरी छबि को धूमिल कर रहे में ओर मेरा परिवार कांग्रेस के सच्चे सेवक है और रहेंगे। कुछ देर बाद आडियो वायरल करने वाले कुछ कार्यकर्ता ओ ने भी ऑडियो बायरल करने के बाद पश्चाताप करते दिखे की यह आडियो गलती से शेयर हुआ।अब यह तो वह ही जाने की उन्होंने किसके डर दबाब में अपनी गलती स्वीकारी या अपने विवेक से लेकिन इतना जरूर है। कि पार्टी में जमकर गुटवाजी है। जो आने वाले चुनाव में कांग्रेस के लिए दुखदायी है।यह ऑडियो बायरल होने के बाद दिनभर चाय पान की दुकानों पर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। कांग्रेस की गुटवाजी की चर्चा पूरे जिले में चर्चा का विषय बनी रही।
हरदा विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान जिलाअध्यक्ष लक्ष्मीनारायण पंवार ने कांग्रेस को जिले में मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत की उनकी मेहनत परिश्रम को भुलाया नही जा सकता । फिर भी विधायक डॉ आर के दोगने के साथ पटरी नही बेठ पाने से यहां भी गुटवाजी उभरकर सामने आई। हरदा टिमरनी दोनो ही विधानसभा में इस बार विधान सभा चुनाव दिलचस्प है अब देखना है कि पार्टी किसे अपना चेहरा बनायेगी। ओर इस गुटवाजी को खत्म कर आपसी सामंजस्य बना कर जीत का परचम लहरायेगी।
