भोपाल: चुनाव सतना के डकैत सीधे सीएम शिवराज सिंह को खुली चुनौती दे रहे हैं। सीएम ने चित्रकूट उपचुनाव के दौरान ऐलान किया था कि चित्रकूट की वादियों से डकैतों का सफाया कर दिया जाएगा। चुनाव से ठीक पहले डकैतों ने तीन लोगों का अपहरण कर सरकार को चुनौती दे दी है। बगधरा घाटी से बबली कोल गिरोह ने कार सवार तीन लोगों का अपहरण कर लिया है और फिरौती में 50 लाख रुपए मांगे हैं। जिन लोगों का अपहरण किया गया, उनमें वन विभाग के रिटायर्ड SDO रामाश्रय पांडेय, रिटा.क्लर्क सुरेश त्रिपाठी और ड्राइवर मुन्ना हैं। वो अपने दो साथियों के साथ चित्रकूट से लौट रहे थे, उसी दौरान रास्ते में बगधरा घाटी के पास इनका अपहरण कर लिया। डकैत गिरोह वहां मज़दूरों से मारपीट कर रहा था। जैसे ही रामाश्रय की कार वहां पहुंची, हथियारबंद डकैतों ने कार को घेरकर तीनों को उतारा और अगवा कर जंगल में ले गए।
अपह्रत लोगों और डकैतों की तलाश में खुद IG उमेश जोगा जंगल में उतरे, लेकिन अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं। एमपी पुलिस की पांच और यूपी पुलिस की दो टीमें जंगल में सर्चिंग कर रही हैं लेकिन अगवा किए गए लोगों का सुराग नहीं लग पाया है। चित्रकूट उपचुनाव के दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंच से ऐलान किया था कि चित्रकूट से डकैतों का सफाया कर दूंगा। चित्रकूट की घरती पर डकैत रहेंगे या शिवराज सिंह रहेगा. कुछ दिन बाद सीएम ने मंच से पूरे चित्रकूट क्षेत्र को डकैत मुक्त घोषित भी कर दिया था। लेकिन मंगलवार को जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रीवा में जन आशीर्वाद यात्रा कर रहे थे चित्रकूट में तीन लोगों के अपहरण की खबर आ गई। चुनाव के इस दौर में जब पूरा प्रदेश अलर्ट पर है, डकैतों ने ये वारदात कर व्यवस्था की पोल खोल दी है।