उमरिया: प्रदेश में चुनावी बिगुल बज चुका है। जिसके चलते टिकट के लिए मारा-मारी भी शुरू हो चुकी है। इस बार कुछ सीटों पर चुनाव रोचक हो सकता है। जिसमें उमरिया जिले की बांधवगढ़ सीट प्रमुख है, क्योंकि इस सीट पर पिता व पुत्र दोनों ही भाजपा से टिकट की दावेदारी पेश कर रहे हैं। इस विधानसभा सीट से पिता व पुत्र दोनों ही लगातार चार बार विधायक चुने जा चुके हैं
भाजपा का गढ़ बनी जिले की बांधवगढ़ विधानसभा सीट से टिकट के लिए पिता ज्ञान सिंह और पुत्र शिवनारायण सिंह के बीच शीतयुद्ध देखने को मिल रहा है, पिता वर्तमान में शहडोल से सांसद हैं, और पुत्र बांधवगढ़ से विधायक। बांधवगढ़ सीट से ज्ञान सिंह लगातार दो बार और परिसीमन से पहले चार बार विधायक रह चुके हैं। उनके पुत्र शिवनारायण पहली बार पिता ज्ञान सिंह के शहडोल सांसद बनने से खाली हुई सीट पर हुआ उपचुनाव जीतकर विधायक बने थे। पिता व पुत्र की यह आपसी लड़ाई पार्टी के लिए मुसीबत बन सकती है, संभव है कि इसका असर विधानसभा चुनाव में भी देखने को मिल सकता है।
बीजेपी जिला अध्यक्ष मनीष सिंह ने कहा है, कि टिकट देना पार्टी हाईकमान का काम है। उन्होंने कहा है कि, दोनों में से किसी को भी टिकट मिले, जीत बीजेपी की ही होगी। टिकट तय होने के बाद पिता-पुत्र की आपसी नाराजगी पार्टी के लिए चिंता का सबब बन सकती है, जिसे अब पार्टी भी स्वीकार कर रही है।


