रायपुर। छत्तीसगढ़ में सुकमा जिले की कोंटा विधानसभा सीट से गठबंधन के प्रत्याशी के खिलाफ बागी तेवर दिखाने वाले बसपा प्रत्याशी बुधराम कटामी रायपुर से लापता हो थे। उनके लापता होने की मौखिक शिकायत राजधानी रायपुर के राजेन्द्र नगर थाने में की गई थी। शुक्रवार की सुबह कटामी अचानक सुकमा पहुंचे और आरोप लगाया कि अमित जोगी ने उनका अपहरण करवाया था।
इसके कुछ समय बाद कटामी जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचे और प्रारूप पत्र 4 में अपना नाम क्रम नीचे कराने के लिए शपथ पत्र दिया। बाद में इस मामले में कुछ भी कहने से कटामी ने इंकार कर दिया और कहा कि अपहरण जैसी कोई बात नहीं है। इसके साथ ही सीपीआई उम्मीदवार मनीष कुंजाम का नाम लेते हुए कटामी ने कहा कि मनीष ने फोन कर मुझे नाम वापस लेने की धमकी दी है। उससे मुझे जान का खतरा है, लेकिन मैं नाम वापस नहीं लूंगा और चुनाव जरूर लड़ूंगा।
उल्लेखनीय है कि बसपा ने छत्तीसगढ़ में अजीत जागी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जकांछ) के साथ विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया है। बाद में सीपीआइ भी इस गठबंधन शामिल हो गई। सीपीआइ को कोंटा और दंतेवाड़ा सीट दी गई है। कोंटा से गठबंधन प्रत्याशी के रूप में सीपीआइ के मनीष कुंजाम ने पर्चा दाखिल किया है। इससे नाराज काटामी ने भी नामांकन दाखिल कर दिया।
बसपा और जकांछ के नेताओं ने काटामी को मनाने का पूरा प्रयास किया, लेकिन वे नाम वापस लेने को राजी नहीं थे। चुनाव के पहले चरण में शामिल कोंटा सीट पर शुक्रवार को नाम वापसी का अंतिम दिन है। गुरुवार को बसपा ने पहले चरण के अपने 6 उम्मीदवारों को रायपुर के राजेंद्र नगर स्थित प्रदेश कार्यालय में मीटिंग के लिए बुलाया था। इस मीटिंग में हिस्सा लेने कोंटा से बुधराम कटामी भी आए थे। इसी बीच कटामी नाटकीय ढ़ंग से अचानक गायब हो गए थे।