नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साल 2019 में गणतंत्र दिवस समारोह के लिए बतौर चीफ गेस्ट के लिए भारत द्वारा भेजे गए निमंत्रण को ठुकरा दिया है। ट्रंप ने 26 जनवरी को भारत न आने का कारण अपनी व्यस्तता बताया है। अमेरिकी अधिकारियों ने हाल ही में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को एक पत्र सौंपा है। इस पत्र में ट्रंप ने भारत न आ सकने पर खेद जताया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप के भारत न आने की मुख्य वजह उनके कुछ राजनीतिक कार्यक्रम और स्टेट ऑफ यूनियन को संबोधित करना है। अमेरिकी राष्ट्रपति के यह कार्यक्रम 22 जनवरी से फरवरी के पहले हफ्ते के बीच हो सकते हैं।
ट्रंप की तरफ से जवाब ऐसे समय में आया है जब भारत और रूस के बीच हथियारों की खरीद हुई और अमेरिका ने इस पर आपत्ति जताई थी। भारत-रूस के बीच एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की डील से पहले कयास लगाए जा रहे थे कि ट्रंप 26 जनवरी को भारत आ सकते हैं। हालांकि तब भी व्हाइट हाउस ने बयान जारी करके कहा था कि ट्रंप गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत जाएंगे या नहीं, इस पर अभी तक फैसला नहीं लिया गया है।
बता दें कि इससे पहले साल 2015 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अपनी तमाम व्यस्तताओं के बीच से समय निकाल कर 26 जनवरी के मौके पर बतौर चीफ गेस्ट भारत आए थे। उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार गणतंत्र दिवस समारोह में दुनिया के दिग्गज नेताओं को बुलाती रही है। बराक ओबामा के अलावा फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रैंकोईस होलैंड, अबू धाबी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और आसियान के सभी 10 नेता इस अवसर पर भारत के मुख्य अतिथि रह चुके हैं।
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चौधरी मोहन गुर्जर, मध्यप्रदेश के ह्र्दयस्थल हरदा के जाने माने वरिष्ठ पत्रकार है, आप सतत 15 वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी सेवायें देते आ रहे है, आपकी निष्पक्ष और निडर लेखनी को कई अवसरों पर सराहा गया है