सतना: जिस पीएम आवास योजना के नाम पर बीजेपी सरकार प्रदेश की सत्ता में लौटने का दम भर रही है, उसी योजना में 269 लाख रुपए का भ्रष्टाचार उजागर हुआ है। जिसमें भाजपा नेता नगर परिषद रामनगर अध्यक्ष समेत दो मुख्य नगर पालिका अधिकारी व दर्जनों अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। प्रकरण दर्ज होते ही नगर परिषद अध्यक्ष राम सुशील पटेल फरार हो गए हैं।
हुआ ये कि रामनगर में पीएम आवास सूची में 269 लोग अपात्र पाये गए थे। जिनके नाम के आगे लाल स्याही लगाकर नाम हटाने का निर्देश दिया गया था। लेकिन इसके बाद भी नगर परिषद अध्यक्ष रामसुशील पटेल ने वर्तमान मुख्य नगर पालिका अधिकारी रमेश सिंह यादव तथा पूर्व अधिकारी अमर सिंह के साथ मिलीभगत कर सभी अपात्रों के नाम 269 लाख रूपए शासन के खाता से निकाल लिया गया।
इस मामले में नगर परिषद के पार्षदों ने कलेक्टर के पास शिकायत दर्ज कराई है। लिहाजा कलेक्टर ने तीन सदस्यीय टीम गठित कर जांच कराई, इस दौरान योजना में 2 करोड़ 69 लाख का भ्रष्टाचार पाया गया है। इस मामले में नगर निगम कमिश्नर प्रवीण सिंह अढ़ायच के निर्देश पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। भृष्टाचार के इस मामले में एफआईआर दर्ज होते ही भाजपा नेता रामसुशील पटेल समेत अन्य आरोपी फरार हो गये हैं । अब देखना ये है की पुलिस आरोपियों को कब तक गिरफ़्तार कर पाती है।
