अहमदाबाद। गुजरात में सरदार पटेल की प्रतिमा बनकर तैयार है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अक्टूबर को उसका उद्घाटन करेंगे। इस प्रतिमा के उद्घाटन का देश ही नहीं दुनिया को इंतजार है क्योंकि यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। उद्घाटन के बाद लोग इसे देखने के लिए यहां आ सकेंगे।
हालांकि, यह इतना आसान भी नहीं होगा क्योंकि इसके लोगों को अपनी जेब ढिली करनी होगी। जानकारी के अनुसार इस प्रतिमा को देखने के लिए पर्यटकों को 300 रुपए चुकाने होंगे। इस टिकट चार्ज के साथ लोग सरदार पटेल की इस 60 मंजिला प्रतिमा के सीने तक जा सकेंगे। इस प्रतिमा को देखने आने वालों की संख्या का अंदाजा लगाते हुए कई इंतजाम किए गए हैं।
सरदार पटेल की प्रतिमा के आसपास टूरिस्ट स्पॉट की व्यवस्था की गई है। यूनिट ऑफ स्टैच्यू से तीन किलोमीटर दूर एक टेंट सिटी का निर्माण किया गया है जहां पर पर्यटक रात भर रुक सकते हैं।

विंध्याचल और सतपुड़ा की पहाड़ियों के बीच साधुबेट टापू पर बनी 182 मीटर ऊंची प्रतिमा का निर्माण 42 माह के रिकॉर्ड समय में हुआ है। नर्मदा नदी की कल-कल लहरों के बीच 60 मंजिला इमारत के बराबर ऊंची यह प्रतिमा 85 फीट लंबे पैरों पर खड़ी है। इसके होंठ की मोटाई भी एक आदमी की लंबाई के बराबर करीब छह फीट है।
9 हजार, 700 वर्ग मीटर में फैली इस परियोजना के साथ करीब 17 किलोमीटर लंबे तट पर फूलों की घाटी तैयार की गई है, जो पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होगी। पर्यटक लिफ्ट के जरिए सरदार के हृदय तक पहुंच सकेंगे। 153 मीटर लंबी गैलरी से एक साथ दो सौ पर्यटक प्रतिमा को निहार सकेंगे।
दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमाएं
182 मीटर — स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, भारत
128 मीटर — स्प्रिंग टेंपल बुद्धा, चीन
93 मीटर — स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी, अमेरिका
प्रतिमा में लगा है
70000 टन सीमेंट
22500 टन स्टील
1700 मीट्रिक टन तांबा
6.5 तीव्रता के भूकंप को सहन कर सकती है
220 किमी प्रति घंटा हवाओं को सह सकती है