श्रीनगर : हुरियत कॉन्फ्रेंस (एम) प्रमुख मीरवायज मौलवी उमर फारूक और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) प्रमुख मोहम्मद यासीन मलिक को रिहा कर दिया गया है जबकि हुरियत कांफ्रैंस (जी) प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी को हैदरपुरा स्थित उनके घर पर नजरबंद रखा गया है। हुरियत (एम) प्रवक्ता ने बताया कि मीरवायज को निगीन स्थित उनके घर पर तीन सप्ताह तक नजरबंद रखने के बाद रिहा कर दिया गया। उन्होंने बताया कि उनके घर के बाहर तैनात सुरक्षाबलों को भी वहां से हटा लिया गया है। उन्होंने कहा कि अपनी रिहाई के तुरंत बाद मीरवाइज गत 17 अक्टूबर को फतेह कदाल में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए 2 आतंकवादियों और रियाज अहमद नामक नागरिक के घर पर गए। मीरवायज ने ट्वीट में कहा कि मैंने मारे गए नागरिक रियाज अहमद सोफी और सहित मेराज उद्दीन बंगरू और फैद मुस्ताख के परिजनों से मुलाकात की। जेकेएलएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि मलिक को रविवार शाम श्रीनगर जेल से रिहा किया गया। उन्होंने कहा कि मलिक को 8 अक्टूबर को शहरी स्थानीय निकाय (यूएलबी) चुनाव से कुछ दिन पहले ही श्रीनगर से गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने कहा कि गत 4 सालों में जेकेएलएफ अध्यक्ष जेल में आते-जाते रहे हैं। सरकार और उनकी पुलिस के लिए उन्हें कैद में रखना उनकी दिनचर्या और शौक बन चुका है। उन्होंने कहा कि लगातार जेल में कैद रहने के कारण उनके स्वास्थ्य में गिरावट आई है और वह बहुत कमजोर हो गए हैं। इस बीच गिलानी अपने हैदरपुरा निवास में नजरबंद रहे, हुर्रियत अध्यक्ष घर से बाहर न आ सकें, इसके लिए सुरक्षाबलों को उनके घर के बाहर तैनाती की गई है।
