नई दिल्ली: वित्त मंत्रालय की भारतीय रिजर्व बैंक के साथ तनाव की खबरों के बीच भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इतिहास में पहली ऐसा हो रहा है कि सरकार आरबीआई एक्ट के सेक्शन 7 को लागू कर रही है। सिन्हा ने कहा कि सेक्शन 7 लागू करने का मतलब है कि बातचीत से कोई नतीजा नहीं निकला। सिन्हा ने कहा कि सरकार तो आए दिन नए इतिहास बना रही है। कहीं न कहीं वह सर्जिकल स्ट्राइक कर रही है। हाल ही में सरकार ने सीबीआई पर सर्जिकल स्ट्राइक किया था और अब बारी आरबीआई की है।
उन्होंने कहा कि अगर उर्जित पटेल इस्तीफा देते हैं तो यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण होगा। सिन्हा ने कहा कि आरबीआई के गवर्नर और डिप्टी गवर्नर ने खुलेआम सरकार का विरोध किया था। जब आरबीआई की स्वायत्तता के ऊपर प्रहार हुआ तो उनका विचलित होना लाजिमी था।
भाजपा के बागी नेता ने कहा कि यह अत्यंत गंभीर मामला है क्योंकि सरकार हर उस संस्था को नष्ट करने पर तुली हुई है जिनकी स्वतंत्र भारत के इतिहास में काफी बड़ी भूमिका रही हो। उन्होंने कहा कि मैंने भी 4 साल तक वित्त मंत्रालय संभाला है और उस दौरान आरबीआई गवर्नर बिमल जालान थे, जिनके साथ मेरे काफी मधुर संबंध थे और कभी कोई दिक्कत पैदा नहीं हुई।


