जालंधर: अगर आप भी यू-ट्यूब पर गाने गाकर वीडियो अपलोड करते है तो यह खबर आपके लिए अहम हो सकती है। दरअसल, जालंधर के निजात्म नगर का रहने वाला आनंद शर्मा पिछले डेढ़ वर्षों से गाने गाकर यू-ट्यूब पर अपलोड करता है। 20 अक्तूबर को महाराष्ट्र के रहने वाले व्यक्ति जिसने अपनी पहचान शाह हरीश कुमार बताई, ने आनंद को सोशल मीडिया के जरिए कॉन्टैक्ट किया। इस दौरान उसने कहा कि वह यू-ट्यूब पर प्रमोशन का काम करता है और अपने क्लाइंट्स को 1 मिलियन के करीब व्यू दिलाने की सर्विस प्रोवाइड कराता है और अपने बल पर क्लाइंट के प्रोजैक्ट को प्रमोट करता है। आनंद ने बताया कि वह शाह के बहकावे में आ गया और अपने गाने को प्रमोट करवाने और अधिक व्यू पाने के लिए शाह को पेटीएम के जरिए 22 अक्तूबर को 10 हजार की ट्रांजैक्शन करा दी। आनंद ने बताया कि पेमैंट करने के बाद उसने जब शाह से कान्टैक्ट करने की कोशिश की तो शाह ने उसे सोशल मीडिया पर ब्लॉक कर दिया जिसके बाद उसे समझ आया कि शाह एक फ्रॉड है और उसके साथ 10 हजार की ठगी हो चुकी है। आनंद ने इंटरनैशनल ह्यूमन राइट्स के लीगल एडवाइजर एडवोकेट विक्रांत राणा से संपर्क किया और अपने साथ हुई ठगी की कहानी बताई। इसके बाद राणा ने पेटीएम से सम्पर्क कर आनंद के साथ हुई ठगी की कम्प्लेंट दर्ज कराई और इसके साथ ही साइबर सैल जालंधर को भी मामले की कम्प्लेंट दी। विक्रांत राणा ने बताया कि पेटीएम को कम्प्लेंट के बाद पेटीएम ने आनंद द्वारा शाह को की गई ट्रांजैक्शन को ब्लॉक कर दिया लेकिन पेटीएम आनंद के अकाऊंट में पैसे भेजने के लिए साइबर सैल की ई-मेल की मांग कर रहा था, जिसके बाद राणा ने साइबर सैल से पेटीएम को ई-मेल कराई। ई-मेल प्राप्त होने के बाद पेटीएम ने आनंद के अकाऊंट में उसके 10 हजार रिवर्स कर दिए।


