श्रीनगर: वादी-ए-कश्मीर में इन दिनों एक नया खतरा मंडरा रहा है। यह खतरा खौफ का है पर पर्दे में छिपा हुआ है। आतंकियों का यह नया चेहरा स्नाइपर के रूप में है जो सरहद पार से भेजे गये हैं और अहमद बात यह है कि खतरा देखने में किसी खूबसूरत बाला से कम नहीं है। शार्प शूटर स्नाइपर लंबे बालों और सुन्दर आंखों वाले हैं। मुंह पर नकाब ओढ़ लें तो इन्हें पहचानना मुश्किल हैं कि यह लडक़ा हैं या लडक़ी। भारतीय सेना के 2 जवानों और पांच सुरक्षाकर्मियों के इन कातिलों की सेना को तलाश है।
इन खूबसूरत कातिलों पर कश्मीर में दहशत फैलाने की जिम्मेदारी है। आतंकवादियों पर उनके बिग बॉस को यकीन नहीं है और यही कारण है कि अब यह काम उन्होंने इन कातिल हसीनाओं को दिया है। सुरक्षा एजेंसियों को स्नाइपर शूटरों की जब तस्वीरें मिली तो उन्हें लगा कि शायद यह कोई हसीन बाला है। यह चार स्नाइपर चेहरे पर नकाब डाले हैं ताकि पहचान जाहिर न हो। सीमा पार से आया यह खतरा घाटी में सक्रिय है। छिपकर निशाने को साधने में माहिर। कश्मीर में अब तक पांच सुरक्षाकर्मियों को इन्होंने अपना निशाना बना लिया है।
दो गुटों में आए हैं स्नाइपर
सरहद पार से दो-दो गुटों में चार स्नाइपर आए हैं। चेहरे पर नकाब डाले नाजुक अदा और नशीली आंखों वाले इन कातिलों को पहचानना इसलिये भी मुश्किल है कि पता नहीं चलात कि बुर्के के पीछे मर्द है या औरत। बताया जा रहा है कि इनको खुद आईएसआई ने ट्रेनिंग दी है। यह जैश के शूटर हैं और गृह मंत्रालय को इनकी रिपोर्ट भेज दी गई है।

एक तस्वीर का हो गया खुलासा
हम जो तस्वीर आपको दिखा रहे हैं यह अबुकारी है। इसका चेहरा बेनकाब हो चुका है। यह खुद अब सुरक्षाबलों के निशाने पर है। आतंकियों के साथ मिलकर यह सेना को टारगेट कर रहा था। अबु कारी दक्षिण कश्मीर में कहीं घूम रहा है।
स्नाइपरों के हमले
स्नाइपरों का पहला हमला पुलवामा में 18 सितंबर 2018 को हुआ था। इसमें सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया था।
. दूसरा हमला 21 अक्तूबर 2018 को पुलवामा में सीआरपीएफ कैंप पर किया गया था। इसमें एसएसबी जवान शहीद हो गया था।
. तीसरा हमला त्राल में 25 अक्तूबर 2018 को किया गया था। यह हमला 42 आरआर पर किया गया था। इसमें जवान शहीद हो गया था।
. चौथा हमला 27 अक्तूबर 2018 को नौगाम में किया गया। इसमें सीआईएसएफ के अधिकारी शहीद हो गये।

