अमेरिका ने पाकिस्तान को सईद के जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) को औपचारिक रूप से प्रतिबंधित करने के लिए जल्द कानून बनाने की नसीहत दी है। अमेरिका ने दोनों संगठनों पर से हाल ही में प्रतिबंध हटने की आलोचना करते हुए कहा कि यह आतंकवाद से मुकाबला करने की फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफ.ए.टी.एफ.) से की गयी इस्लामाबाद की प्रतिबद्धता के खिलाफ है।
अमेरिका ने कहा कि जमात और एफआईएफ से प्रतिबंध हटने से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के संकल्प के तहत आतंकवाद से लड़ने की पाकिस्तान की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की उसकी क्षमता प्रभावित होगी।
विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा, “जमात और एफआईएफ पर प्रतिबंध को समाप्त करना एफ.ए.टी.एफ. के साथ आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने को लेकर पाकिस्तान की प्रतिबद्धता के विपरीत है।” वह पाकिस्तान के राष्ट्रपति द्वारा लागू एक अध्यादेश के हाल ही में निष्प्रभावी होने के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। अध्यादेश निष्प्रभावी होने के बाद दोनों संगठनों पर से प्रतिबंध हट गया।
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चौधरी मोहन गुर्जर, मध्यप्रदेश के ह्र्दयस्थल हरदा के जाने माने वरिष्ठ पत्रकार है, आप सतत 15 वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी सेवायें देते आ रहे है, आपकी निष्पक्ष और निडर लेखनी को कई अवसरों पर सराहा गया है