ब्रेकिंग
बोल्डनेस दिखाने के लिए श्वेता तिवारी की बेटी ने कराया ऐसा फोटोशूट, स्टाइलिश स्कर्ट पर टिक गईं निगाहे... CERAGEM Center Harda : सेराजेम से ले फ्री मसाज का लाभ, सभी प्रकार की बीमारियों से मिलेंगा छुटकारा Free Ration Update : दिसंबर में इस तारीख से मिलेगा फ्री राशन, जानें कोन कोन ले सकता हैं लाभ Monsoon Alert Update : सर्दी के चलतें भारी बारिश बर्फबारी का अलर्ट, इन राज्यों में मचेगा कोहराम, जान... PM Kisan Mandhan Yojana : बुजुर्गों को मिली खुसखबर, 60 साल की आयु तो मिलेगी हर महीना 3,000 पेंशन PM Kisan Yojana : लाभार्थी किसानों की 16वीं किस्त को लेकर नया अपडेट, जानकर खुश हो जाएंगे किसान Gold Silver Price : शादी शुरू होते हीं सोने चाँदी के दाम बड़े, जानें सभी कैरेट का भाव PAN Aadhaar Card Link : आया नया अपडेट, एक छोटी सी चूक पर आ सकती है मुसीबतें, जानें डिटेल सिवनी मालवा : आयुष्मान कार्ड के शेष बचे पात्र हितग्राहियों के कार्ड बनाए जाएंगे | सिवनी मालवा : प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के लिये 20 दिसम्बर तक आवेदन करें |

‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ को लेकर ब्रिटेन ने उड़ाई भारत की धज्जियां, खोली पोल

लंदनः भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य में बनी सरदार वल्लभ भाई पटेल की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैचू ऑफ यूनिटी’ की जहां  दुनिया भर में चर्चा हो रही है वहीं ब्रिटेन के मीडिया ने इस मूर्ति को लेकर भारत की धज्जियां उड़ा दी हैं। ब्रिटेन ने दावा किया है कि जिस बीच भारत यह मूर्ति बना रहा था उस बीच ब्रिटेन ने भारत को करीब एक अरब पाउंड की आर्थिक मदद दी। बता दें कि ब्रिटेन द्वारा बताई जा रही यह रकम पटेल की मूर्ति पर आए खर्च से कहीं ज्यादा है। खबर में एक सांसद यह भी कहा है कि ब्रिटेन को अब भारत की मदद नहीं करनी चाहिए। ब्रिटेन की वेबसाइट, डेली मेल में इसका जिक्र करते हुए साफ लिखा है कि ब्रिटेन के करदाताओं का पैसा प्रत्यक्ष रूप से मूर्ति निर्माण में नहीं लगा बल्कि भारत में हुए विभिन्न विकास कार्यों में लगा है। लेकिन अगर भारत अपना पैसा मूर्ति बनाने में खर्च नहीं करता तो उन प्रॉजेक्ट्स का खर्च खुद उठा सकता था। खबर में भारत को तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बताया गया है जो मंगल तक पहुंच गई है। लिखा गया है कि भारत को जितनी आर्थिक मदद मिलती है, उससे कई गुना ज्यादा की मदद वह खुद दूसरे देशों की करता है। ऐसा लिखकर ब्रिटेन द्वारा भारत को मदद देने का विरोध किया गया है। आगे दावा किया गया है कि यूके ने भारत को 2012 में 300 मिलियन, 2013 में 268 मिलियन, 2014 में 278 मिलियन और 2015 में करीब 185 मिलियन की आर्थिक मदद दी थी।

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More

Don`t copy text!