विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही सियासत गरमा चुकी है। राजनीतिक दलों के बाच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। वहीं इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आरएसएस को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आरएसएस कितना भी नकार ले पर वे पॉलिटिकल पार्टी है जिसका एजेंडा भी राजनीतिक है।
राम मंदिर का उठाया मुद्दा
पी. चिदंबरम ने कहा कि अगर कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में यह कहा कि वह मध्यप्रदेश में सत्ता में आने के बाद शाखाओं को बंद करा देगी, तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। एक सरकारी कर्मचारी को अपने कार्यकाल के दौरान किसी राजनीतिक दल के साथ खुले तौर पर नहीं रहना चाहिए। उन्होंने राम मंदिर का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इसे बनाने के लिए कांग्रेस को समस्या नहीं है लेकिन यह मामला कोर्ट में है।
अलग-अलग पार्टियों से गठबंधन करेगी कांग्रेस
इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने ऐलान किया कि उनकी पार्टी अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग पार्टियों से गठबंधन करेगी। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि राज्यवार गठबंधन होगा और अगर गठबंधन की सभी राज्यों में जीत होती है तो यह महागठबंधन की जीत होगी।
कांग्रेस ने जारी किया घोषणा पत्र
बता दें कि मध्यप्रदेश चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। जिसमें कहा गया कि अगर वह सत्ता में आते हैं तो सरकारी कार्यालयों और परिसर में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की शाखा नहीं लगने देंगे।
