पठानकोट: सेना प्रमुख ने एक बार फिर कड़े स्वर में आतंकियों को चेतावनी दी है कि वे हथियार छोडक़र मुख्यधारा में शामिल हो जाएं अन्यथा वे मारे जाएंगे। आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने अलगाववादियों को भी कड़ा सन्देश दिया है। उन्होंने कहा कि वह अलगाववादियों को ज्यादा भाव नहीं देेते हैं और न ही वे बार-बार उनसे बातचीत के लिए अपील करेंगे। जनरल ने कहा कि सेना आतंकवाद से कड़े रूख से निपट रही है और आतंकियों के साथ किसी भी तरह की बातचीत नहीं की जाएगी।
पठानकोट मिल्ट्री स्टेशन में प्रेस को संबोधित करते हुये आर्मी चीफ ने कहा, जो बात करने की चाह रखते हैं, उनसे बात की जा रही है। पर कुछ ऐसे हैं जो बात नहीं करना चाहते हैं तो फिर क्या किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर किसी को लगता है कि आतंकियों से बात की जाएगी तो यह गलतफहमी है , दहशतगर्दों से कोई बात नहीं होगी। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब में फिर से चरमपंथ को सुलगाने की कोशिश की जा रही है और यह काम बाहरी ताकतें कर रही हैं। ऐसी ताकतों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। पंजाब के सीएम भी सतर्क हैं और हिंसा रोकने के लिए हर कदम उठा रहे हैं
युवाओं को चेताया
जनरल ने कहा कि लोग भी समझदार हैं। वे उन लोगों को कामयाब नहीं होने देंगे जो हिंसा भडक़ाना चाहते हैं। उन्होंने युवाओं को कहा कि वे बंदूक का रास्ता छोडक़र वापस लौट आएं क्योंकि अरग वे नहीं सुधरे तो मारे जाएंगे।


