भोपाल: मध्य प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की बातें करने वाली पार्टियां चुनावी मैदान में महिलाओं को टिकट देने में कंजूरी करती हैं। प्रदेश की प्रमुख राजनीतिक पार्टियांं बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों ने महज 10 फीसदी ही महिला उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। बीजेपी ने 230 विधानसभा सीटों में से 25 और कांग्रेस ने 28 सीट पर महिला प्रत्याशी को टिकट दिया है| जबकि प्रदेश में महिलाओं के मुद्दे पर जमकर राजनीति होती है| इस बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने महिलाओं को लेकर ऐसा बयान दिया है जिससे विवाद खड़ा हो गया है| महिलाओं को टिकट देने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा महिलाओं को टिकट जीतने की क्षमता के आधार पर दिया है ना कि कोटा या सजावट के आधार पर। कमलनाथ के इस बयान को महिला संगठनों ने कांग्रेस की कुत्सित मानसिकता का परिचायक बताया है। दरअसल, मंगलवार की सुबह प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कमलनाथ पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे| इस दौरान कमलनाथ से जब महिलाओं को कम टिकट देने पर सवाल पूछे गए तो उन्होंने कहा कांग्रेस ने महिलाओं को टिकट जीतने की क्षमता के आधार पर दिया है ना कि कोटा या सजावट के आधार पर। कमलनाथ के इस बयान को महिला संगठनों ने कांग्रेस की कुत्सित मानसिकता का परिचायक बताया है। महिला संगठनों का मानना है कि महिला सशक्तिकरण के इस युग में जब महिलाएं अपनी योग्यता और कुशलता के बल पर ऊंचे ऊंचे मुकाम हासिल कर रही हैं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान ने यह बता दिया है कि उनके मन मे महिलाओं का क्या दर्जा है ।


