भोपाल: MP विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के घोषणा पत्र में राज्य की सरकारी इमारतों और परिसरों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की शाखाओं पर पाबंदी लगाने की घोषणा को लेकर सियासत गरमा गई है। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गुढ़ सीट से प्रत्याशी सुंदरलाल तिवारी ने संघ को आतंकी संगठन कहकर इस मुद्दे को और भड़का दिया है। चुनावी दौर में उनके एस बयान ने ‘आग में घी’ का काम किया है। वहीं संघ ने इसे कांग्रेस की सबसे बड़ी भूल करार दिया है। जानकारी के अनुसार संघ ने अपने कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया है कि कांग्रेस के खिलाफ जनजागरण अभियान चलाएं।
अपने फायदे के लिए कांग्रेस ने अपनाया ये हथकंडा
वहीं संघ के सह संचालक अशोक पांडे का कहना है कि कांग्रेस राजनीतिक फायदे के लिए देशभक्त संगठन पर सवाल खड़े कर रही है जिसने राष्ट्र उत्थान के लिए काम किया। स्वयंसेवक आहत हैं और अब वे चुप नहीं बैठेंगे। वे संघर्ष को तैयार हैं। संघ में स्वयंसेवक को पूर्ण स्वतंत्रता है कि वह अपना मत व अभिमत जिसे चाहे दे। पांडे के अनुसार कांग्रेस यह स्टेटमेंट पहले भी दे चुकी है। वह सिर्फ ऐसा कहकर एक वर्ग विशेष के वोट प्राप्त करना चाहती है। कांग्रेस को लगता है कि इससे मत विभाजन होगा। जहां तक आतंकी संगठन कहे जाने की बात है तो कांग्रेस की इतने वर्ष तक सरकार रही, कई बार प्रतिबंध लगाए और हटाए। आरएसएस विशुद्ध रूप से सामाजिक व सांस्कृतिक संगठन है, जिस पर रोक लगाने की बात करना ही संवैधानिक मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है।


