ब्रेकिंग
10 हजार के अंदर पाएं टॉप 5G स्मार्टफोन, कीमत के साथ फीचर्स भी है नंबर वन, देखिए लिस्ट Fixed Deposit Scheme : खुश हुए इन बैंकों के खाताधारक, 399 दिनों की एफडी पर मिल रहा ज्यादा ब्याज Harda big news: फर्जी वसीयत बनाने वाले आरोपियों को 7 साल की जेल,10 हजार जुर्माना Harda Big News : छिपाबड़ जीतू पंडित मर्डर केस, सिर में गोली मारकर हत्या करने वाला मुख्य शूटर गिरफ्ता... Harda News : गुरव समाज ने श्री महर्षि दधीचि की जयंती महोत्सव, धूमधाम से मनाया बाइक रैली निकाली। Harda News : ‘खेलो एमपी यूथ गेम्स’’ के तहत जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं 24 सितम्बर को | Harda News : ‘‘विकास रथ’’ 24 सितम्बर को से टिमरनी क्षेत्र की पंचायतों का भ्रमण कर विकास कार्यों की ज... Harda : किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए कृषि मंत्री कमल पटेल ने जारी किया टोल फ्री नंबर | Harda News : कलेक्टर श्री गर्ग ने शांति समिति की बैठक में की अपील | Harda News : अबगांवखुर्द में ‘मतदाता सूची सशक्तिकरण शिविर’ 24 मार्च लगेंगे |

अंकिव बसोया से छिना अध्यक्ष पद, ABVP ने किया बर्खास्त

दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ अध्यक्ष अंकिव बसोया की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने बसोया को डूसू अध्यक्ष पद से हटा दिया है। एबीवीपी का कहना है कि फर्जी डिग्री मामले की जांच खत्म होने तक संगठन की सभी जिम्मेदारियों से अंकिव बसोया को बर्खास्त किया जाता है। साथ ही उन्हें डूसू अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के लिए भी कहा है कुछ दिनों पहले ही एनएसयूआई ने बसोया की स्नातक की डिग्री को फर्जी बताया था और तिरुवल्लुवर यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने तमिलनाडु के शिक्षा प्रधान सचिव को लिखित में कहा है कि अंकिव बसोया ने उनके यूनिवर्सिटी में कभी दाखिला ही नहीं लिया था। चिट्ठी में रजिस्ट्रार ने लिखा है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र संघ अध्यक्ष बसोया ने उनकी यूनिवर्सिटी में दाखिला ही नहीं और ही वो उनकी यूनिवर्सिटी के किसी कॉलेज के छात्र रहे हैं।

रजिस्ट्रार ने साफ लिखा है कि उन्होंने जो सर्टिफिकेट जमा किया है, वह फर्जी है। उनकी यूनिवर्सिटी ने ऐसा कोई सर्टिफिकेट उन्हें जारी नहीं किया। इस तरह का कोई छात्र उनके किसी भी कॉलेज में नहीं था। उन्होंने बताया कि परीक्षा नियंत्रक ने अपने कार्यालय से पूरी जांच करने के बाद एक पत्र भेजा है, जिसमें साफ लिखा है, कि अंकिव बसोया द्वारा दिखाया गया सर्टिफिकेट फर्जी है।

वही अंकिव ने तिरुवल्लुवर विश्वविद्यालय की यह अंडर ग्रेजुएट की डिग्री दिल्ली यूनिवर्सिटी के एमए प्रोग्राम में एडमिशन लेने के लिए दी थी। फर्जी डिग्री को लेकर विवाद बढ़ने के बाद डीयू प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं। हालांकि दूसरी तरफ से विरोधी आरोप लगा रहे हैं कि डीयू प्रशासन इस मामले में जानबूझकर कार्रवाई में देरी कर रहा है, क्योंकि ऐसे में दोबारा चुनाव करवाए जाने की संभावना भी न के बराबर हो जाएगी।

बता दें कि इस साल सितंबर महीने में डीयू में हुए छात्र संघ चुनाव में 44.66 फीदसी मतदान हुआ था, जिसमें एबीवीपी ने शानदार जीत दर्ज की थी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इस चुनाव में चार पदों में से तीन पर कब्जा जमाया था, जबकि एनएसयूआई के खाते में एक पद ही गया था। बसोया ने एबीवीपी की ओर से अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ा था और जीत दर्ज की थी।

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More

Don`t copy text!