हिंद महासागर में चीन लगातार अपनी ताकत को बढ़ा रहा है, ऐसे में भारत के लिए अपनी समुद्री सीमा की सुरक्षा और भी अहम हो गई है। इसी के तहत भारत अमेरिका से रक्षा सौदा करने जा रहा है। भारत ने अमेरिका से 24 मल्टी रोल MH 60 रोमियो एंटी सबमरीन हेलीकॉप्टर (Multi-Role MH-60 Romeo Anti-Submarine Helicopters) की मांग की है। इस डील से भारत को हिंद महासागर में नई मजबूती मिलने की उम्मीद है।
अमेरिका को भेजा खत
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार भारत सरकार ने इन लड़ाकू हेलीकॉप्टरों को खरीदने के लिए अमेरिकी प्रशासन को 13,500 करोड़ रुपये का ‘लेटर ऑफ रिक्वेस्ट’ भी भेजा है। यह हेलीकॉप्टर टोरपीडो जैसे हथियार और ऐंटी-सबमरीन मिसाइल के रखरखान के जरूरी अन्य उपकरणों से लैस है।सूत्रों का कहना है कि यह डील आने वाले कुछ महीनों में ही फाइनल हो सकती है।
पीएम मोदी और माइक पेंस की हुई थी मुलाकात
रीजनल समिट में अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस से पीएम मोदी की सिंगापुर में मुलाकात हुई थी। अर्जेंटीना में जी-20 समिट के इतर पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की मुलाकात से पहले पेंस और मोदी की मुलाकात को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। हालांकि अब तक किसी भी पक्ष ने इस मुलाकात की पुष्टि नहीं की है।
अमेरिका ने रूस भारत समझौते का किया था विरोध
बता दें कि अमेरिका रूस और भारत के बीच हुए एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम पर हुई डील के सख्त खिलाफ था। इसको लेकर अमेरिका ने कई मौकों पर भारत को चेताया भी था। अमेरिका ने धमकी दी थी कि अगर भारत ने रूस से यह डील की, तो परिणामस्वरूप वह अमेरिकी दंडात्मक प्रतिबंधों के लिए तैयार रहे। इसके बावजूद भारत ने ट्रंप प्रशासन के सामने 24 ‘रोमियो’ MH-60 हेलिकॉप्टर खरीदने की इच्छा जताई है।


