लोकसभा चुनाव 2019 से पहले एक बार फिर से राम मंदिर निर्माण की मांग उठ रही है। आयोध्या में राम मंदिर की मांग को लेकर योग गुरु बाबा रामदेव का भी बयान सामने आया है। रामदेव ने कहा कि अगर राम मंदिर नहीं बना तो विद्रोह होने की संभावना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सच्चा राम भक्त बताते हुए रामदेव ने कहा कि राम मंदिर निर्माण का रास्ता संसद से साफ होगा और सरकार को इस ओर पहला कदम बढ़ाना चाहिए।
बाबा रामदेव ने राम नाम के बहाने सरकार को चेताया है कि अगर मंदिर पर जल्द कोई फैसला न लिया गया तो हो सकता है कि पीएम मोदी को इसका खामियाजा भुगतना पड़े। उल्लेखनीय है कि राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट में लगातार सुनवाई टल रही है जिससे साधु-संत काफी आहत हैं। संत समाज चाहता है कि रमा मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट जल्द से जल्द अपना फैसला सुनाए।वहीं इसको लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को भी संतों ने दो टूक जवाब दिया है कि अगर सरकार ने इसपर फैसला न लिया तो खुद ही इस पर निर्णय ले लेंगे। साल 2014 में मोदी सरकार आयोध्या में राम मंदिर निर्माण के वादे के साथ सत्ता में आई थी। सरकार को पांच साल पूरे होने को हैं लेकिन इस पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। अगर संत समाज मोदी सरकार के खिलाफ हो गया तो भाजपा के लिए 2019 की डगर आसान नहीं होगी।
