लाहौर: सिखों के पहले गुरु, गुरु नानक देव की 550 वें प्रकाश पर्व के मौके पर उनके जन्म स्थान ननकाना साहिब स्थित गुरुद्वारे में शुक्रवार को खालिस्तान समर्थक बैनर लहराए गए। तीन हजार भारतीय सिखों का जत्था भी अरदास के लिए आया हुआ है। उत्तरी अमरीका, यूरोप और ब्रिटेन से आए सिखों का समूह ’सिख फॉर जस्टिस’ (एसएफजे) के बैनर तले प्रचार कर रहे थे। गुरुद्वारा परिसर में मारे गए आतंकवादी जरनैल सिंह ङ्क्षभडरावाले के बड़े पोस्टर भी लगाए गए थे और ‘जनमत संग्रह 2020’ के बैनर और ‘खालिस्तान’ के झंडे इस दौरान लहराए गए।
जब पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की पवित्र जगहों को देखभाल करने वाले हिजरती ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड से इस बारे में पूछा गया तो बोर्ड के प्रवक्ता आमिर हाशमी ने कहा, ‘मैं मीडिया से इस मसले पर बात करने के लिए अधिकृत नहीं हूं। बोर्ड के सचिव तारिक वजीर से उनकी टिप्प्णी के लिए संपर्क किया गया पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।


