मकड़ाई समाचार हरदा सिराली।
सिराली थाने के ग्राम पिपल्या में शुक्रवार शाम आदिवासी समुदाय के युवाओ द्वारा रावण का दहन नही होने दिया गया। आदिवासी समाज के युवाओ वही गोंड़वाना गणतंत्र पार्टी के जिलाध्यक्ष देवीसिंह परते का कहना है कि पूर्व में विरोध के बाद दो साल से रावण दहन इस गॉव में बंद है। शुक्रवार को बिना किसी पूर्व सूचना के रावण दहन किया जाना था, इसकी सूचना लगते ही आदिवासी समुदाय द्वारा इसका विरोध जताकर रावण दहन करने से मना किया गया लेकिन जानबूझकर व भीड़ का दबाव बनाकर जबरन जलाने की कोशिश की गई। इस घटना में
विरोध कर रहे व दहन रोक रहे आदिवासी ग्रामीणों, महिलाओं पर जानलेवा हमला किया गया, मारपीट की गई। केरोसीन डालकर जलाने का प्रयास किया गया। इसमे एक व्यक्ति के ऊपर भी केरोसीन दाल दिया व आग लगा दी गयी इसमें बसंत करोची का एक हाथ पूरी तरह झुलस गया है। वही गोमगॉव में भी आदिवासी समाज के दो युवा नेताओ को रोका गया उनसे मारपीट की गई। घटना को लेकर आक्रोशित समाज आज कार्यवाही को लेकर सिराली थाने का दोपहर 12 बजे घेराव करेगा। आदिवासी समाज द्वारा थाने के घेराव को लेकर सुबह से ही सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आवश्यक जाहिर सूचना बायरल कर लोगो से अपील की जा रही है।


