मकड़ाई समाचार इंदौर। मंगलवार को इंदौर में तीन अलग-अलग क्षेत्रों में युवाओं ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। इसमें फांसी लगाकर खुदकुशी के दो मामले ऐसे भी सामने आए है जिसमे परिजनों को बाहरी हवा की आशंका है और जिसके चलते झाड़ फूंक भी कराई गई थी। इधर, तीसरे मामले में तो पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट एक युवक ने अपने ही ऑफिस में फांसी का फंदा तैयार कर दुनिया को अलविदा कह दिया। फिलहाल, विभिन्न थाना क्षेत्रों में हुई घटनाओं के बाद पुलिस ने प्रारंभिक तौर पर मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
क्या आप सोच सकते है कि 21 वीं सदी के डिजिटल युग मे एक आधुनिक शहर में आज भी युवा बाहरी हवा (प्रेतात्मा) के फेर में पड़कर अपनी जान दे सकते है। वही बाहरी हवा से बचाने के लिये युवाओ को परिजनों ने झाड़ फूंक के साथ ही बचाने के हर संभव प्रयास किये लेकिन नतीजा सिफर रहा और अंत मे युवाओ द्वारा सुसाइड कर अपनी जान दे दी गई।
दरअसल, आत्महत्याओं के पहले दो मामलों में बाहरी हवा और मानसिक तनाव की बात सामने आ रही है। जहां मल्हारगंज थाना क्षेत्र के पीलिया खाल में रहने वाले 22 साल के हेमंत गौसर ने अपने घर की दूसरी मंजिल के कमरे में 16 अगस्त को फांसी लगा ली थी जिसके बाद परिजनों ने उसे फंदे से उतारकर इलाज के लिए एम.वाय. अस्पताल पहुंचाया जहां आज उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मृतक निगम का कचरा वाहन चलाता था और परिजनों ने पुलिस को बताया कि वो बाहरी हवा के चक्कर मे आ गया था। मल्हारगंज थाना पुलिस के जांच अधिकारी भगवान सिंह पटेल ने बताया कि पूरे मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी गई है।
इधर, हवा के फेर में पड़कर खुदकुशी का एक ओर मामला शहर के भंवरकुंआ थाना क्षेत्र के कुशवाहा का बगीचा का है जहां 19 साल वर्षीय युवती ने घर मे फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। युवती का नाम निक्की पिता संजय गाड़गे है। निक्की के पिता ने पुलिस को बताया कि निक्की सालभर पहले से हवा के चक्कर मे आई थी और डॉक्टरी इलाज के अलावा झाड़ फूंक भी कराई जा रही थी। परिजनों ने आशंका जताई है कि इसी कारण से उसने फांसी लगाई होगी। जांच अधिकारी मधुकर विश्वकर्मा ने बताया कि कोई सुसाइड नोट नही मिला और परिजनों के बयान के आधार पर पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
चार्टर्ड अकाउंटेंट युवक ने लगाई दफ्तर में फांसी
फांसी पर झूलकर जान देने का एक और मामला तुकोगंज थाना क्षेत्र का है। जहां पेशे चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। मूलतः रतलाम के रहने 35 वर्षीय विपुल पिता रमेशचंद्र मित्तल उम्र 35 वर्ष निवासी शुभ – लाभ वैली प्रीमियम, बंगाली चौराहा ने अपने दफ्तर में फांसी का फंदा तैयार कर फांसी लगा ली। बताया जा रहा है कि मृतक की पत्नि भी पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट है। मृतक ने सोमवार को तुकोगंज थाना क्षेत्र के सिल्वर माल में अपने ऑफिस में फांसी लगा ली। जांच अधिकारी सलीम खान ने बताया कि मौके पर एफएसएल की टीम जांच करेगी लिहाजा, ऑफिस को सील कर दिया गया वही कोई सुसाइड नोट अब तक नही मिला है। इधर, पुलिस का कहना है गमजदा पत्नि रतलाम में है ऐसे में प्रारंभिक तौर आत्महत्या की वजह साफ नही हो पाई है। फिलहाल, पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और माना जा रहा है कि परिजनों से पूछताछ के बाद मामले की असल वजह सामने आ पाएगी।


