ब्रेकिंग
Aaj ka Rashifl: आज दिनांक6/12/2023 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे | Harda: करणी सेना हरदा में करेगी चक्का जाम ! Harda: सोशल मीडिया पर एक युवक ने गुर्जर समाज पर की अभद्र टिप्पणी ! स्टाइलिश साड़ी के साथ ब्रालेट ब्लाउज में दिशा पटानी का बोल्ड अवतार, देखें एक्ट्रेस का सेक्सी अंदाज जीत का प्रमाणपत्र ले, मध्य रात्रि में पैदल पहुंचे कान्हा बाबा, अभिजीत शाह ने सोडलपुर में मानी थी मन... Harda: कृषि विज्ञान केंद्र हरदा में विश्व मृदा स्वास्थ दिवस मनाया गया | Harda: श्रमोदय विद्यालय में प्रवेश के लिये परीक्षा 21 जनवरी को होगी | Harda: एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय रहटगांव में प्रवेश के लिये आवेदन करें | Harda: प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के लिये 31 दिसम्बर तक आवेदन करें | Harda: शिव महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ के शुभारंभ पर छीपाबड़ में निकाली भव्य कलश यात्रा |

सहारा ऑफिस की तालाबंदी, दो दिन पहले जोनल हेड ने दिया था इस्तीफा

मकड़ाई समाचार भोपाल। धोखाधड़ी के आरोपों में घिरी सहारा इंडिया कंपनी के भोपाल ऑफिस में ताला डल गया है। दरअसल निवेशकों के आए दिन होने वाले प्रदर्शन और विरोध के चलते यहां कार्यरत अधिकारी-कर्मचारियों ने खुद को सुरक्षित करने के लिए ऑफिस को भीतर से बंद कर लिया है और किसी भी तरह की आवाजाही पर रोक लगा दी है।बुधवार की सुबह भोपाल के एमपी नगर जोन वन में स्थित सहारा इंडिया ऑफिस के मुख्य द्वार को बंद कर दिया गया।

दरअसल, यह कार्रवाई खुद संस्था में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारियों ने खुद को सुरक्षित करने के लिए की। दो दिन पहले ही यहां डेढ़ सौ से ज्यादा निवेशकों और उनके एजेंटों ने धावा बोल दिया था और अपना पैसा वापस लौटाने की मांग कर रहे थे। निवेशकों के बढ़ते दबाव के चलते मध्यप्रदेश के जोनल हैड राजेन्द्र सक्सेना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और इस्तीफे में साफ लिखा था कि वर्तमान परिस्थितियों में कार्य करना अब संभव नहीं है।

इसके बाद भी निवेशकों का दबाब अभी भी कायम है और इस दवाब से बचने के लिए अधिकारी-कर्मचारियों ने अभी यह रास्ता निकाला है कि सुबह ऑफिस खुलते ही प्रवेश द्वार अंदर से बंद कर ले रहे हैं शाम को अवकाश समय ही बाहर निकलेंगे। ऐसी में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर निवेशकों का भुगतान कैसे होगा। अकेले भोपाल जिले की बात करें तो हजारों निवेशकों का लगभग 200 करोड़ पर से ज्यादा सहारा की विभिन्न सोसायटियों में निवेश है जो कंपनी परिपक्वता अवधि पूरी होने के बाद भी वापस नहीं लौट आ रही है। सहारा के मालिक सुब्रत चौराहे पर 420 की धाराओं के मामले शतक पूरा करने पर है लेकिन कंपनी अभी भी निवेशकों के पैसे लौटाने के लिए गंभीर नहीं है।

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More

Don`t copy text!