महर्षि वाल्मीकि भारत के प्रतीक पुरुष हैं – राघवेन्द्र पारे
मकड़ाई समाचार हरदा। जिला कांग्रेस कमेटी हरदा द्वारा महर्षि बाल्मीकि जयंती सादगी के साथ जिला कांग्रेस कार्यालय में मनाई गयी। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान बाल्मीकि जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पण कर की गयी। कांग्रेस शिक्षा एवं शिक्षक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष राघवेन्द्र पारे ने कहा कि सर्वप्रथम संस्कृत में रामायण नाम का महाकाव्य महर्षि बाल्मीकि द्वारा लिखा गया। महर्षि बाल्मीकि ऐसे आदि कवि हैं जिनकी रचित रामायण का 400 भाषाओं में अनुवाद किया गया। जिसमे 24000 श्लोक एवं 7 अध्याय है एवं महर्षि वाल्मीकि के आश्रम में ही माता सीता को आश्रय दिया था एवं उसी आश्रम में लवकुश का जन्म हुआ।
पारे ने बताया कि भारतवर्ष की सभी भाषाओं में रामायण लिखी गई है। इसके अलावा बहुत सारी विदेशी भाषाओं में भी रामायण लिखी गई है। महर्षि वाल्मीकि जी ने रामायण में प्रभु राम के ऐसे अद्भुत चरित्र का वर्णन क्या है कि सभी भारत वासियों को तो कम से कम महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण को पढ़ना ही चाहिए, वास्तव में महर्षि वाल्मीकि भारत के प्रतीक पुरुष हैं। इस अवसर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक पटेल, आदित्य गार्गव, आमिर पटेल, इकबाल अहमद, डॉ इश्तेहाक अहमद शाह, रामपाल सिंह राजपूत सुरेन्द्र सराफ, डॉ विजय पटेल, संजय अग्रवाल, रमेश सोनकर सहित अन्य कांग्रेसजन उपस्थित रहे।


