मकड़ाई समाचार हरदा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 21 अक्टूबर को वैश्विक आयोडीन अल्पता विकार नियंत्रण दिवस के रूप में मनाया जाएगा। वैश्विक आयोडीन अल्पता विकार नियंत्रण दिवस के रूप में साप्ताहिक गतिविधियों का आयोजन 21 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक जिले की समस्त स्वास्थ्य संस्थाओं में किया जायेगा। गतिविधियों के अंतर्गत आयोडीनयुक्त नमक की उपयोगिता एवं समस्त आयु वर्ग में आयोडीन का महत्व संबंधी जागरूकता प्रसारित की जायेगी।
जिला मुख्यालय सहित समस्त स्वास्थ्य संस्थाओं में आयोडीन युक्त नमक के प्रयोग एवं दूसरों को प्रेरित करने संबंधी शपथ ग्रहण की जायेगी। समस्त आशा कार्यकर्ताओं द्वारा समुदाय स्तर पर घरों में उपयोग होने वाले खाद्य नमक में आयोडीन स्तर की जांच, साल्ट टेस्टिंग किट के माध्यम से की जायेगी तथा जांच परिणाम के आधार पर परिवारों को आयोडीन युक्त नमक के इस्तेमाल एवं सही रख-रखाव तथा आयोडीन अल्पता विकार संबंधी परामर्श दिया जायेगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर सुधीर जैसानी ने बताया कि आयोडीन नमक का प्रयोग न करने से ऊर्जा में कमी, जल्दी थकावट और उत्पादकता में कमी, गर्भवती महिलाओं को गर्भपात, मरे हुए बच्चे का जन्म, जन्म लेते ही शिशु की मृत्यु, गर्भ में पल रहे शिशु के मस्तिष्क का कम विकास तथा कक्षा में बच्चे का साधारण या पिछड़ा हुआ होना, ऊर्जाहीन शरीर, जागरूकता की कमी, बुद्धि का कम विकास, भैंगापन, गूंगा अथवा बहरापन तथा घेंघा रोग जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।
चौधरी मोहन गुर्जर, मध्यप्रदेश के ह्र्दयस्थल हरदा के जाने माने वरिष्ठ पत्रकार है, आप सतत 15 वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी सेवायें देते आ रहे है।, आपकी निष्पक्ष और निडर लेखनी को कई अवसरों पर सराहा गया है |