हरदा विधानसभा के अंतर्गत आने बाली ग्राम पंचायत झाड़पा में किसान बदहाली की मार झेल रहे हैं ,खेत सड़क मार्ग की हालत है खस्ता,लगातार शिकायतों के बाद भी नही हुई कोई कार्यवाही त्रस्त होकर ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दी चेतावनी,व शुक्रवार को 9 बजे से गाँव मे ही धरने पर बैठ गए। ग्रामीण राजकुमार गुर्जर संतोष पटेल, अजय पाटिल द्वारा बताया गया कि हम शिकायत लेकर हर विभाग के पास गए है पर सिर्फ आस्वासन ही मिला है अभी हाल ही में फसल कटाई के समय हार्वेस्टर खेत तक नही पहुच सके जिसके चलते किसानों की फसल भी खराब हो गई थी, यदि इस सड़क का निर्माण कार्य नहीं हुआ तो ग्रामीण 2018 के विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
वह किसी भी नेता को गांव में नहीं घुसने देंगे ग्रामीणों ने कहा है कि यदि शासन हमारी मांगे नहीं मानता है तो हम सभी ग्रामीण मिलकर अनिश्चित कालीन धरना देंगे व सभी गांव वाले नोटा को अपनाएंगे।ग्रामीण सुधीर पटेल द्वारा बताया गया कि जब से देश आजाद हुआ है उसके बाद से ही सड़क नहीं बनी है किसानों को बारिश के समय में अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है बारिश के समय में किसी भी प्रकार का कृषि यंत्र खेतों तक नहीं पहुंच पाते हैं जिस कारण हमारी फसलें भी खराब होती हैं यदि इस मार्ग पर गलती से कोई मवेशी चले जाता है तो वह वापस लौट के नहीं आता कीचड़ में फंस के मवेशी की मृत्यु हो जाती है ऐसे दर्जनों केस हुए हैं पर आज तक विभाग नहीं जागा। अब गाँव बाले भी छुट्टी पर जाएँगे।।दोपहर 3 बजे तक कोई अधिकारी धरना स्थल पर नही पहुँचे। जब इलेक्ट्रॉनिक मीडिया व सोसल मीडिया के माध्यम से प्रसाशन तक खबर पहुची तो आनन फानन में हरदा जनपद सी ओ पराग पंथी धरना स्थल पर पहुँचे व धरने पर बैठे ग्रामीणों से समस्या जानी ग्रामीणों ने खेत पहुँच मार्ग की खास्ता हालत से बाक़ीब करबाया और co से रोड का निरीक्षण करने को अड़ गए जिसके बाद co ने सड़क का निरीक्षण किया व ग्राम पंचायत सचिव को फटकार लगाते हुए कहा कि यह सड़क योजना के अंतर्गत है तो आप ने कार्य क्यो नही किया जि पर सचिव ने पंचायत में 16 कार्य प्रगति रथ होने की बात कही गई । co ने ग्रामीणों को बताया कि खेत सड़क मार्ग पर कुछ समय के लिए मुख्य सचिव ने रोक लगा दी है पर हम पत्र के माध्यम से उच्च अधिकारियों को अवगत करवाएगें। व जल्द ही सड़क को सेंगशन करवाएगें। ग्रामीणों ने बात मानते हुए धरना स्थगित किया किया और कहा कि यदि चुनाव से पहले कार्य चालू नही हुआ तो पूरे गाँव के किसान नोटा को अपनाएगा।।
