करतारपुर कॉरिडोर से अमन, दोस्ती और तरक्की की बात कर रहे पाकिस्तान का असली चेहरा सामने आ गया है। दरअसल पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने ऐसा बयान दिया है जिससे साफ होता है कि कॉरिडोर खोलने के पीछे उनकी मंशा क्या थी।
करतारपुर कॉरिडोर खोलने के पीछे अपना असली रंग दिखाते हुए पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इमरान सरकार के 100 दिन पूरे होने पर कहा कि करतारपुर इवेंट अदरअसल इमरान खान की एक गुगली थी। जिसमें भारत की सरकार फंस गई। खास बात यह है कि दब कुरैशी ये बातें बोल रहे थे उनके सामने पाक प्रधानमंत्री इमरान खान भी बैठे थे। विदेश मंत्री के इस बयान से ये साफ हो गया है कॉरिडोर को लेकर पाकिस्तान क्या साजिश रच रहा है।
विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अफगानिस्तान के बाद भारत को अपना दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पड़ोसी बताया। कुरैशी ने कहा कि इमरान खान ने पीएम बनते ही भारत की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया। खत भी लिखा कि आइए मिलकर बात करें, भारत सरकार न्यूयार्क में मुलाकात करने को राजी भी हो गई लेकिन हमें लगता है कि वहां की सियासत बातचीत में आड़े आ रही है। कुरैशी ने मुस्कुराते हुए कहा कि कल आपने देखा और दुनिया ने देखा कि कल इमरान खान ने करतारपुर की गुगली फेंक दी और उस गुगली का नतीजा यह हुआ जो भारत हमसे मिलने से कतरा रहा था उसे अपने दो मंत्रियों को यहां भेजना पड़ा।

दरअसल गुरुवार को इमरान सरकार ने अपने 100 दिन पूरे कर लिए। इसी मौके पर कुरैशी ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने करतारपुर कॉरिडोर नाम की गुगली डाली और भारत सरकार उसमें फंस गई। कुरैशी का ये बयान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बयान के ठीक एक दिन बाद आया है जिसमें उन्होंने पाक के साथ वार्ता फिर से शुरु होने की संभावना को खारिज करते हुए कहा था कि जब तक पाकिस्तान भारत के खिलाफ साजिशों को नहीं रोकता है तब कोई भी बातचीत संभव नहीं है।
पाकिस्तान ने इससे पहले बुधवार को करतारपुर कॉरिडोर के आधारशिला कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सुषमा स्वराज को निमंत्रण भेजा था। लेकिन सुषमा स्वराज ने जाने से इनकार कर दिया था। लेकिन भारत सरकार की ओर से दों केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर और हरदीप सिंह पुरी इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे। कुरैशी ने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर का खुलना इमरान खान सरकार की एक बड़ी उपलब्धि है।

