देश में एक से बढ़कर एक शक्तिशाली मिसाइल मौजूद है। भारत के पास ऐसे कई मिसाइल हैं जिससे दुश्मन देश भी थर-थर कांपता है। इनसे पूरे चीन और पाकिस्तान को उड़ाया जा सकता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत ने इन मिसाइलों को बनाने के लिए अब तक कितने करोड़ रुपए खर्च किए हैं।
आमतौर पर इस बात की जानकारी सबको है कि भारत के पास खतरनाक से खतरनाक मिसाइल हैं, लेकिन शायद ही कोई जानता होगा कि भारत शॉर्ट रेंज से हाई रेंज की मिसाइल बनाने में अलग खर्च आता है। भारत को अब तक नाग, अग्नि-5 जैसी मिसाइल बनाने में सबसे अधिक खर्च करना पड़ा है। तो चलिए आपको बताते हैं भारत की सबसे ताकतवर मिसाइलों को बनाने में कितना खर्च आता है।
अग्नि-1- 12 टन के वजन और 15 मीटर की लंबाई वाली अग्नि-1 मिसाइल अपने साथ एक टन से ज्यादा का पेलोड ले जा सकती है। इसकी मारक दूरी को पेलोड कम करके बढ़ाया जा सकता है। इसे बनाने में 25 से 35 करोड़ रुपए लगाया गया।

अग्नि-V- एटमी हथियार ले जाने में कैपेबल अग्नि-V 5-5500 किमी तक मार कर सकती है। चीन भी इसकी जद में है। भारत ने 50 करोड़ रुपए खर्च करके अग्नि-v मिसाइल बनाया जो बेहद खतरनाक है।
ब्रह्मोस मिसाइल- ब्रह्मोस एक कम दूरी की रैमजेट, सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल है। इसे पनडुब्बी से, पानी के जहाज से, विमान से या जमीन से भी छोड़ा जा सकता है। ब्रम्होस आवाज की स्पीड से मार करने में सझम है। इस ताबड़तोड़ मिसाइल को 18 करोड़ रुपए में तैयार किया गया।
अग्नि 2- 2,000 किलोमीटर से अधिक दूरी तक की मारक क्षमता रखने वाली इस मिसाइल का यह परीक्षण ओडिशा के तट से परे स्थित व्हीलर द्वीप से सेना के प्रायोगिक परीक्षण के तहत किया गया। इसे बनाने में लगे 25 से 35 करोड़ रुपए ।

