छत्तीसगढ़ के जंगलों में नक्सली अब नई साचिश रच रहे हैं। दरअसल सुरक्षाबलों को भ्रम में डालने के लिए वे नकली बं’दूक और पुतले का इस्तेमाल कर रहा है, हालांकि नक्सलियों के इस नापाक मसंबों के बारे में सुरक्षाबलों को पता चल गया और उन्होंने सुकमा जिले में नकली लकड़ी के हथियार लिए तीन नक्सलियों के पुतले बरामद किए।
बता दें, जब सीआरपीएफ की 150वीं बटैलियन बीते दिन चिंतागुफी की तरफ बढ़ रही थी,तभी सुरक्षाबलों को कुछ नक्सलियों के होने का एहसास हुआ। इसके बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाकों को घेरकर जांच अभियान शुरू कर दिया। हालांकि इस जांच अभियान में कोई भी नक्सली तो नहीं मिला, लेकिन उनके द्वारा खड़े किए गए पुतले जरूर मिलें, जिनके हाथों में लकड़ी की नकली बंदू’क थी।

गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले सुरक्षाबलों और नक्सली के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें तीन जवान गंभीर रुप से घायल हो गए। दरअसल, ITBP और पुलिस संयुक्त रुप से सर्चिंग के लिए निकले थे, लेकिन बीच में ही नक्सलियों की औछी हरकतों के चलते वह IED की चपेट में आ गए और गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसके बाद भारतीय सेनाओं ने घायल जवानों को हेलीकॉप्टर की मदद से रायपुर भेजा था ताकि उनका ठीक से उपचार हो सके। बताया जा रहा था कि थाना मोहल्ला के ग्राम राजाडेरा और रामगढ़ की पहाड़ियों के पास सर्चिंग पर जवान निकले थे। इस दौरान रास्ते में अचानक तेज धमाका हुआ और तीन जवान IED के चपेट में आने से घायल हो गए।
इन घायलों में ITBP के 44वीं वाहिनी के तीन जवान शामिल हैं। जवान हेड कांस्टेबल गोयल प्रकाश, आरक्षक सचिन कुमार और आरक्षक तड़वी तीर गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल जावनों को फौरन प्राथमिक इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसके बाद इन्हें हेलीकॉप्टर की मदद से रायपुर भेजा गया। ताकि जवानों की हालत में सुधार हो सके और एक बार फिर से नक्लसिलयों की ऐसी हरकतों का मुंहतोड़ जवाब दे सके।

