
मुकेश पांडेय (मप्र ब्यूरो )
हरदा। महापुरुषों का सम्मान करना और उनके सम्मान का ध्यान रखना देश के समस्त नागरिकों का नैतिक कर्तव्य है। सम्मान के दौरान चूक होना जागरूकता की कमी का परिचायक होता है। याद करिए , तत्कालीन कलेक्टर जॉन किंग्सली के कार्यकाल के दौरान भी इस तरह की भूल हुई थी । उन्होंने राष्ट्रीय पर्व पर घण्टाघर चौक पर स्थापित बापू की प्रतिमा व मंडी में सुभाष जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया था। उस दौरान वे जूते पहने हुए थे। हरदा से यह खबर राजधानी के एक पाक्षिक अखबार में प्रकाशित भी हुई थी।
विडंबना देखिए कि आज फिर से यही गलती हरदा में दोहराई गयी।

क्या है मामला –
गणतंत्र दिवस की सुबह हरदा कलेक्टर संजय गुप्ता ने मंडी मार्ग पर सुभाष जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया । इस दौरान उन्होंने जूते उतारने की ज़हमत नहीं उठाई। इसके बाद घंटाघर चौक पर कलेक्टर हरदा संजय गुप्ता ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया । इस दौरान भी वे जूते पहने रहे । जनसंपर्क कार्यालय हरदा ने गणतंत्र दिवस की खबर मीडिया को मेल जारी करने के दौरान जारी फोटोग्राफ्स में इस भूल पर ध्यान न दिया।
क्या कहना है –
कांग्रेस के केदार सिरोही कहते हैं कि ऐसा प्रतीत होता है कि ये लोकतंत्र के नहीं बल्कि राजतंत्र के सेवक हैं। जनसेवक अधिकारियों द्वारा देश के लिए प्राण न्योछावर करने वाले महापुरुषों की प्रतिमा पर माल्यार्पण के दौरान किया गया ये कृत्य शर्मनाक है। हम इस अपमानजनक कृत्य की कड़ी निन्दा करते हैं। हरदा कलेक्टर को सार्वजनिक स्थल पर की गई इस भूल के लिए सार्वजनिक माफी मांगना चाहिए। अन्यथा भविष्य में ये कृत्य परंपरा का रूप ले लेगा।
इधर इस संबंध में हरदा कलेक्टर को दूरभाष पर बताया गया कि जनसंपर्क द्वारा जारी खबर फोटो में आज आप महापुरुषों की तस्वीर पर माल्यार्पण के दौरान जूते पहने हैं। आप क्या कहेंगे। कलेक्टर ने कहा आप जनसंपर्क अधिकारी से बात करिए ।
कुछ समय बाद जनसंपर्क अधिकारी ने दूरभाष पर खबर लेखक से चर्चा की। पुनः कलेक्टर से उनका अभिमत जानने के लिए संपर्क करने पर मोब रिसीव नहीं किया गया ।
