Harda news : पुलिस ने 15 दिन के अंदर हिस्ट्रीशीटर बदमाश सुरेंद्र उर्फ कालू मीणा को गिरफ्तार नहीं किया तो बलाई समाज मध्यप्रदेश करेगा उग्र आंदोलन
युवा नितिन कोगे की जघन्य हत्या को लेकर बलाई समाज ने आक्रोश व्यक्त किया- शिंदे
मकड़ाई समाचार हरदा/खंडवा। आज बलाई समाज के युवा कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर कार्यालय हरदा पहुंचकर नितिन कोगे हत्याकांड में आरोपी गणों को सख्त से सख्त सजा दिलाए जाने एवं पीड़ित परिवार की सुरक्षा तथा पचास लाख रुपए मुआवजे की मांग को लेकर युवा नेता धर्मेन्द्र शिन्दे के नेतृत्व में डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन के माध्यम से बताया गया कि विगत दिनों हरदा निवासी नितिन कोगे न्यायालय हरसूद में पेशी पर गया था। वहां पर बोरीसराय निवासी अरविंद मीणा तथा सुरेंद्र उर्फ कालू मीणा निवासी रहटगांव एवं उसके साथियों द्वारा नितिन कोगे का पुरानी रंजिश को लेकर अपहरण कर लिया गया था। अपहरण के बाद नितिन कोगे को अरविंद मीणा ने अपने खेत पर ले गया और पेड़ से बांधकर उसके साथ मारपीट की तथा उसका मोबाइल और कपड़े जला दिए। तथा बाद में उसके शव को जलाने के लिए कालीघोड़ी जंगल में ले गए। तथा वहां जंगल में उसकी लाश को जला दिया।
तथा 2 दिन तक उसकी लाश को जलाते रहे तथा 2 दिन बाद उसकी राख और हड्डी को बोरी में भरकर हाथीकुंड नाले में फेंक दिया। अपहरण की शिकायत नितिन के पिता मानक कोगे ने की थी। लेकिन पुलिस डेढ़ माह तक आरोपियों को नहीं पकड़ सकी उस में से पांच आरोपियों को कल पकड़ कर जिसमें चार आरोपियों को जेल भेज दिया गया। और एक आरोपी को पुलिस रिमांड पर लिया गया। अभी भी सुरेंद्र उस कालू मीणा जो कि हिस्ट्रीशीटर बदमाश है। उस पर कई मामले दर्ज हैं तथा हरदा से जिला बदर भी है। अभी तक उस आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है इससे पीड़ित परिवार भयभीत है। बलाई समाज युवा कार्यकर्ता शासन से मांग करता है कि पीड़ित परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए। तथा उचित जांच कर आरोपियों को फांसी की सजा दिलाई जाए। तथा पीड़ित परिवार को पचास लाख का मुआवजा दिया जाए। उक्त सभी मांगों का ज्ञापन आज दिया गया और चेतावनी दी गई है। अगर 15 दिन के अंदर सुरेंद्र उर्फ कालू मीणा को गिरफ्तार नहीं किया गया तो संपूर्ण मध्यप्रदेश में बलाई समाज उग्र आंदोलन करेगा।
इस हत्याकांड से संपूर्ण बलाई समाज में जन आक्रोश है। ज्ञापन सौपते समय धर्मेन्द्र शिन्दे , नरेश माणिक, दिनेश मोहे, दिनेश मालवीय, प्रकाश पिपलोदे ,लखन बामने ,अमृत देवड़ा, देवराम माणिक ,राजकुमार मालवीय, बंसीलाल माणिक ,नन्हेलाल ओसले ,दिलीप देवड़ा, श्रवण गिनारे, धर्मेंद्र पिपलोदे सहित अन्य लोग मौजूद थे।