Big Breking News क्या पुतिन की होगी गिरफ्तारी, इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने किया गिरफ्तारी का वारंट जारी
पुतिन की मंगोलिया यात्रा के दौरान गिरफ्तारी की कई देशो से उठ रही मांग
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 विदेश। देश दुनिया की आज सबसे बड़ी खबर है की जल्द पुतिन की गिरफ्तारी हो सकती है इसको लेकर पूरी दुनिया मे चर्चा हो रही है।मिडिया सूत्रो से जानकारी सामने निकल कर आ रही।
पुतिन की गिरफ्तारी की मांग रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज आधिकारिक यात्रा पर मंगोलिया पहुंचे हैं। पुतिन की ये यात्रा सोवियत-मंगोलिया सैनिकों की जापान पर संयुक्त जीत की 85वीं वर्षगांठ के चलते हो रही है। मंगोलिया पहुंचते ही पुतिन की गिरफ्तारी की मांग तेजी हो गई है।
पुतिन की गिरफ्तारी का वारंट
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने पुतिन की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया हुआ है और मंगोलिया इस कोर्ट का सदस्य देश है। पिछले साल पुतिन की गिरफ्तारी का वारंट जारी होने के बाद इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (आईसीसी) के किसी सदस्य से उनकी यह पहली मुलाकात थी। कोर्ट ने युद्ध अपराध के लिए ये वारंट जारी किया है। कोर्ट का मानना है कि रूस ने जानबूझकर यूक्रेन के रिहायशी इलाकों को भी निशाना बनाया है।
इंटरनेशनल कोर्ट के आदेश की अवहेलना
इस हाई-प्रोफाइल यात्रा के कारण उलानबटार में पुतिन के उतरने के बाद उनको गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसे इंटरनेशनल कोर्ट और पश्चिमी देश के साथ अधिकार समूहों की अवहेलना के रूप में देखा जा रहा है।
पुतिन की यात्रा पर यूक्रेन ने मंगोलिया पर लगाया आरोप
यूक्रेन ने पुतिन की इस यात्रा पर रोष व्यक्त किया है। यूक्रेन ने इसी के साथ मंगोलिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो जो कर रहा है उसका सीधा मतलब यही है कि वो पुतिन का “युद्ध अपराधों” में साथ दे रहा है, क्योंकि उसने पुतिन को हवाई अड्डे पर हिरासत में नहीं लिया। वारंट के अनुसार, पुतिन को गिरफ्तार करना मंगोलिया की जिम्मेदारी है।
यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा
अंतरराष्ट्रीय वारंट पर वांछित रूसी नेता व्लादिमीर पुतिन को गिरफ्तार करने में मंगोलिया की विफलता ने अंतरराष्ट्रीय आपराधिक कानून प्रणाली को एक गंभीर झटका दिया है।
मंगोलिया ने कहा उन्हे वारंट को लेकर कोई पत्र नही मिला
दूसरी ओर मंगोलिया की सरकार ने पुतिन को गिरफ्तार करने की कॉल पर कोई टिप्पणी नहीं की है। राष्ट्रपति उखनागीन खुरेलसुख के एक प्रवक्ता ने सोशल मीडिया पर उन खबरों का खंडन किया कि आईसीसी ने एक पत्र भेजकर उनसे उनके दौरे पर वारंट पर अमल करने के लिए कहा था।