ब्रेकिंग
हंडिया : जय अंबे जय दुर्गे जयकारों के बीच मां दुर्गा की प्रतिमाएं विसर्जन कुंड में हो रही विसर्जित। ... पड़ोसी देश कभी भी हम पर हमला कर सकते है,हमेशा तैयार रहे !  विजया दशमी पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने... बेरोजगार युवाओं के लिए अच्छी खबर: हंडिया, रहटगांव व चारूवा में 14 से 16 तक रोजगार मेले लगेंगे भोपाल: शादी करूंगा कहकर ब्यूटी पार्लर वाली युवती से सहकर्मी युवक ने बनाए शारीरिक संबंध,  दो साल से क... बांग्लादेश मे दुर्गा पूजा उत्सव के दौरान हिन्दू समुदाय से हिंसा: दुर्गा पंडाल पर फेंके पैट्रोल बम MP NEWS: नकली नोट के साथ दो आरोपी गिरफ्तार: 10 हजार के नकली नोट जब्त  ATM लूटने की नीयत से बदमाशो ने कैमरे पर किया काला स्प्रे, सायरन बजते ही दुम दबाकर भागे: पुलिस ने आरो... नर्मदा बैक वॉटर मे डूबी रावण, मेघनाथ और कुम्भकर्ण की तपस्थली ! माँ नर्मदा के किनारे तपस्या कर शिव को... जैन मुनि श्री विशांत सागर से हुई मारपीट, 7 लोगो पर मामला दर्ज हरदा: विजयादशमी पर आज पुलिस लाइन में कलेक्टर श्री सिंह ने किया शस्त्र पूजन !

Big News: म.प्र. कांग्रेस कमेटी मे होगा भारी बदलाव, अब नए चेहरो को मिलेगी कमान-कमलनाथ ने की वरिष्ठ नेताओ से मुलाकात

मकड़ाई एक्सप्रेस 24 भोपाल/दिल्ली : म.प्र. मे विधानसभा चुनाव में कांग्र्रेस को मिली करारी हार के बाद  कई प्रत्याशियों का मनोबल टूट चुका हैं। वहीं मप्र कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष कमलनाथ को अपनी पार्टी के नेताओ के विरोधी सुर सुनने को मिल रहे है। कुछ ने तो कमलनाथ को इस्तीफा देने तक की बात कह डाली है। कांग्रेस की इतनी बुरी हार से परेशान खुद कमलनाथ दिल्ली जाकर वरिष्ठ नेताओ से मुलाकात की।वहीं विगत दिवस भोपाल में कांग्रेस के सभी प्रत्याशियों को समीक्षा बैठक बुलाई थी जिसमें कुछ लोगो ने प्रदेश कमेटी में परिवर्तन करने की बात भी कही थी। ज्ञात हो कि कमलनाथ से पूर्व में अपने पद से इस्तीफा के लिए मांग की थी। मगर विधानसभा चुनाव के चलते ऐसा हो नही पाया वहीं कांग्रेस ने प्रदेश में उन्ही का चेहरा सामने रखकर चुनाव लड़ा था। अब इस हार के बाद वह स्वयं अपने पद से इस्तीफा देना चाहते हैं ताकि अन्य नए लोगो को भी मौका मिले।

- Install Android App -

नव निर्वाचित विधायकों को जिम्मेदारियां मिल सकती है –

केंद्रीय नेतृत्व के सामने आगामी लोकसभा चुनाव सामने है। इसलिए सभी प्रत्याशियों से अपने क्षेत्र की रिपोर्ट देने की बात भी कही गई है। वही विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण के दौरान भी काफी असंतोष उपजा था। क्योकि प्रदेश में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को खुली छूट थी कि वह किसे टिकट दे। जब दोनो ने चुनाव में आशातीत नतीजे नही निकाल पाए तो निश्चित ही केंद्रीय नेतृत्व अब नए चेहरों को मौका देगा। जितना नुकसान सिंधिया के जाने से हुआ उसकी भरपाई हो पाना अभी कठिन नजर आ रहा है। अब कुछ ही दिन में मप्र कांग्रेस कमेटी में आपको नए चेहरे देखने को मिलेगे। नव निर्वाचित विधायकों को जिम्मेदारियां मिल सकती है।