Big News Harda: फोरलेन पर कोलीपुरा में सड़क किनारे चल रही फटाका दुकान, कलेक्टर के आदेश का पालन संशय में, गांवों में बिक रहे अवैध फटाके !
हरदा / सिराली / हंडिया : हरदा जिले में कई फटाखा व्यापारियों के घरों में फटाखा स्टॉक है क्योंकि हरदा की हम बात करे तो यहां। कही लोग किराए के लाइसेंस पर दुकान लगा रहे है। ऐसी स्थिति में उनके पास गोडाउन कहा होगा। यह सवाल उठता है। वही प्रशासन के नुमाइंदे भी सिर्फ औपचारिकता निभाते हुए जांच करते है। लोगो के जान माल की सुरक्षा से ये अधिकारियों को कोई लेना देना नही। फटाखा व्यापारी के हौसले तो इतने बुलंद है कि हरदा जिले के अधिकारियों के विभागीय वाहन उनकी चौखट पर खड़े रहते है। कोई कार्यवाही नही होती। हरदा मगरधा मार्ग पर दो से तीन व्यापारी है। जिनके कारखाना भी संचालित है। करोड़ों का व्यापार करते है और लाखो रुपया की जीएसटी की चोरी प्रतिवर्ष ये करते है। लेकिन नियमो को तांक में रखकर खुलेआम इन लोगो के द्वारा स्वयं अपने अपने गोडाउन के बाहर सड़क किनारे दुकान लगाकर व्यापार किया जा रहा है। वही यातायात व्यवस्था भी बाधित की जा रही है। लेकिन देखने वाला कोई नही। जब कभी कोई बड़ी घटना होती है।उसके बाद हरदा का प्रशासन जागता है। इतना ही नहीं दुकान में नाबालिग बच्चे भी काम करते हैं। लेकिन कभी कोई अधिकारी कार्यवाही नहीं करते। बच्चो के सिर पर मौत का खतरा मंडराता है। लेकिन उक्त व्यापारी को बच्चो की जान की परवाह नही वह तो लाखो करोड़ों रुपए कमाने में मदमस्त हैं ।
इधर, कलेक्टर द्वारा हरित फटाके को लेकर जारी आदेश भी पालन होते नहीं दिख रहे हैं। नाममात्र के हरित फटाके की आड़ में तेज आवाज के फटाकों का कारोबार जारी है।
फोरलेन पर सड़क किनारे लगी फटाका दुकान –
हंडिया थाना क्षेत्र के कोलीपुरा की हम बात करे तो प्रदीप अग्रवाल जिसका वहा कारखाना है। वो स्वयं नेशनल हाइवे पर नियमो को तांक में रखकर बारूद की दुकान लगाकर बैठ गया। जबकि उक्त नेशनल हाइवे राष्ट्रीय राजमार्ग पर हर सेकेंड हर मिनिट हजारों की संख्या यात्री बस ट्रेक्टर ट्राली, डंफर बाइक सहित कई वाहन होकर गुजरते है। ऐसी स्थिति में कभी भी कोई बड़ी घटना घट सकती है। लेकिन व्यापारी की दबंगई अधिकारियों पर भारी यहां दिखाई देती है। यहां तक कि उक्त फटाखा व्यापारियों को शासन के आदेशों का पालन कराने का जिम्मा थाना प्रभारी, तहसीलदार, एसडीएम, सहित आबकारी विभाग, खनिज विभाग, नापतोल विभाग का होता है। लेकिन अधिकारियों को भी आमजन की सुरक्षा से कोई लेना देना नहीं है ऐसा प्रतीत होता है ।
वही हम सिराली की बात करे तो सिराली नगर के स्थानीय कृषि उपज मंडी प्रांगण में लाइसेंसी फटाका बाजार लगा हुआ है जिसमें 18 दुकानें लगी हुई है जिनमें कुछ फटाका व्यापारियों द्वारा किराए के लाइसेंस लेकर दुकान लगाई गई हैं जिनके पास लाइसेंस नहीं है उनके पास गोडाउन क्या होगा बिना लाइसेंस धारी पटाखे व्यापारियों द्वारा बिना बिल के पटाखे बेचकर जीएसटी एवं सरकारी टैक्स की चोरी भी की जा रही है इसके अलावा गांव-गांव आतिशबाजी की दुकाने और कुछ किराना और जनरल स्टोर्स की दुकानों से लहसुन और माचिस बम बगैर लाइसेंस के धड़ल्ले से बेचा जा रहा है।
सूत्रों की माने तो सिराली लोलांगरा जिनवानिया महेंद्र गांव रहटाकला आदि गांव में कुछ दुकानदार बगैर लाइसेंस और बिना किसी सुरक्षा साधन के माचिस और लहसुन बम बेचकर दुर्घटनाओं को खुला निमंत्रण दे रहे हैं मालूम हो कि लाइसेंसी फटाका विक्रेताओं के पास सुरक्षा साधन की अनिवार्यता उपलब्ध होती है।
वही अनजान विक्रेता सुरक्षा साधनों का इंतजाम नहीं रखते जिससे दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है सूत्रों के अनुसार थोड़े से विक्रय और लाभ के लिए अबैध रूप से आतिशबाजी की सामग्री बेचना जनधन के लिए हानि का कारण हो सकता है ।
क्या कहते जिम्मेदार –
◆ हंडिया तहसीलदार बोलीं परमिशन हम नहीं देते। अभी हम चुनाव में व्यस्त हैं ।
लविना घाघरे –तहसीलदार हंडिया
◆ इस संबंध में एसडीएम –
खिरकिया श्री डेहरिया ने बताया कि आपके द्वारा जानकारी लगी है। सिराली और आसपास के गांव में अवैध रूप से आतिशबाजी पटाखे बेचने वाले लोगों की जांच कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।खिरकिया श्री डेहरिया ने बताया कि आपके द्वारा जानकारी लगी है। सिराली और आसपास के गांव में अवैध रूप से आतिशबाजी पटाखे बेचने वाले लोगों की जांच कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।