Chhath Puja 2023 : छठ पूजा का त्योहार एक बहुत ही प्रसिद्ध त्योहार है। इस त्योहार में विवाहित महिलाएं व्रत रखती हैं और ठंडे पानी से स्नान करती हैं। काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि यह पर्व स्वच्छता का पर्व है. इसलिए व्रती महिलाओं को साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
Chhath Puja 2023
दिवाली के बाद महापर्व छठ पूजा की तैयारियां शुरू हो गई हैं. छठ पूजा के दौरान महिलाएं परिवार की सुख, शांति और समृद्धि के लिए 36 घंटे का निर्जला व्रत रखती हैं। वहीं इस छठ पर्व की शुरुआत कार्तिक शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से होती है. यह खास तौर पर बिहार, झारखंड और पूर्वी यूपी का त्योहार माना जाता है.
काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि पहले दिन नहाय, खाय, खरना और फिर 36 घंटे का कठिन व्रत रखा जाता है. इस दौरान व्रती महिलाओं को कई बातों का खास ख्याल रखना चाहिए. आइए छठ पर्व के दौरान किन बातों का रखें ध्यान.
काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि यह पर्व स्वच्छता का पर्व है. इसलिए व्रती महिलाओं को साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। छठ पूजा के किसी भी अनुष्ठान में भाग लेने से पहले शरीर को साफ रखना जरूरी है। नहाय खाय या खरना का भोजन स्नान के बाद ही बनाना चाहिए.
छठ पूजा के दौरान घर के बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेना शुभ माना जाता है। इससे पूजा का पूरा फल मिलता है और परिवार में खुशहाली आती है। छठी मैया का प्रसाद बनाते समय नमक, लहसुन और प्याज का इस्तेमाल बिल्कुल भी न करें. इसके अलावा चार दिवसीय अनुष्ठान के दौरान परिवार में किसी को भी गलती से भी मांस का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दौरान बिना स्नान किए पूजा के लिए बनी किसी भी चीज को नहीं छूना चाहिए। इससे भी व्रत का पूरा लाभ नहीं मिल पाता है।