भूतड़ी अमावस्या पर नेमावर में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाबः 2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के स्नान करने पहुंचने की संभावना
नर्मदा के विभिन्न घाटों पर उमडा श्रद्धालुओं का जनसैलाब
अनिल उपाध्याय खातेगांव
सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या (भूतड़ी अमावस्या) पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु नेमावर में मां नर्मदा में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे। मंगलवार शाम से लगातार श्रद्धालुओं का नेमावर में आने का क्रम जारी है। चौदस की रात में पहुंचे श्रद्धालुओं ने नर्मदा के घाटों, मंदिर परिसर और धर्मशालाओं में भजन कीर्तन किए। रात भर ढोलक की थाप, झांझ-मंजीरों के साथ टोलियों में भजन चलता रहा और पडिहार-महिलाएं झूमते रहे।
पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक बुधवार 4:00 बजे तक श्रद्धालुओं का आंकड़ा 2 लाख तक पहुंच सकता है। यहां राजस्थान
महाराष्ट्र, और गुजरात के अलावा देवास, हरदा, शाजापुर, आगर-मालवा, उज्जैन, इंदौर, सीहोर, खंडवा सहित आसपास के कई जिलों के श्रद्धालु की बड़ी संख्या में पहुंचे हैं। पुलिस और प्रशासन की ओर से माकूल व्यवस्थाएं की गई है।
एडिशनल एसपी आकाश भूरिया, एसडीओपी केतन अडलक ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर 20 से ज्यादा टीआई, होम गार्ड जवान और बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। अलग-अलग व्यवस्थाओं में करीब 350 पुलिसकर्मी लगाए गए हैं।
प्रशासनिक अमला भी अपने अधीनस्थ
अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ नेमावर में ही मौजूद है और हर स्थिति पर नजर जमाए हुए हैं। श्रद्धालुओं को सावधानी बरतने के लिए कंट्रोल रूम से लगातार सूचनाएं और जानकारी दी जा रही है।
भूतड़ी अमावस्या के स्नान का महत्व
भूतड़ी अमावस्या विशेष रूप से अतृप्त आत्माओं की तृप्ति के लिए होती है। इस दिन श्रद्धालु नदी में स्नान के बाद दान करते हैं। माना जाता है कि पितरों के निमित्त तर्पण करने से भी सुख, शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। भूतड़ी अमावस्या प्रेत बाधाओं को दूर करने के लिए भी काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है।