देश के शिक्षित बेरोजगार युवा जो एक अच्छी नौकरी की तलाश कर रहे हैं उन सभी युवाओं के लिए भारत सरकार उनके राज्य सरकार मिलकर विभिन्न प्रकार की स्वरोजगार की योजनाओं का संचालन कर रही है जिनके माध्यम से युवा अपने लिए रोजगार की स्थापना कर सकते हैं और राज्य में बेरोजगारी के दर को कम किया जा सकता है। केंद्र सरकार ने युवाओं के लिए विभिन्न प्रकार के रोजगार कार्यक्रम चलाए हैं, जिसके अंतर्गत रोजगार स्थापित करने के लिए सभी जरूरी संभावित मदद केंद्र सरकार द्वारा युवाओं को की जाती है। उन लोगों को अपने रोजगार से जुड़े प्रशिक्षण भी प्रदान किए जाते है।
देश के युवाओं को स्वरोजगार स्थापित करने में मदद करने के उद्देश्य से सरकार के पशुपालन विभाग द्वारा समेकित बकरी पालन योजना की शुरुआत की है योजना के अंतर्गत युवाओं को बकरी पालन करने के लिए 60% से अधिक अनुदान राशि प्रदान की जाएगी जिससे कि गरीब और बेरोजगार युवा अपने लिए एक नई रोजगार की स्थापना कर सके। राज्य सरकार द्वारा एक बार फिर युवाओं को इस योजना के अंतर्गत बकरी पालन करके स्वरोजगार स्थापना करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस योजना का लाभ राज्य के सभी लाभार्थियों को प्रदान किया जाएगा जो रोजगार की स्थापना करना चाहते हैं इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
राज्य के बेरोजगारों को अपने लिए एक नए रोजगार की स्थापना हेतु राज्य के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग ने 5 करोड़ रुपए से अधिक का बजट रखा है। योजना के अंतर्गत पशु विभाग द्वारा युवाओं को बकरी पालन करने हेतु एक उन्नत किस्म के बकरे की कीमत ₹15,000 रखी है। सामान्य वर्ग के युवाओं को रोजगार के लिए सरकार द्वारा एक बकरे के साथ 20 बकरियों के लिए 120,000 रुपए का अनुदान दिया जाएगा। वहीं राज्य के अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओं को इस योजना के अंतर्गत बकरी पालन हेतु 145,000 का अनुदान प्रदान किया जाएगा।
युवा कर सकेंगे बकरी पालन उद्योग की शुरुआत –
राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के गरीब एवं ऐसे युवा जो अपने लिए एक रोजगार की स्थापना करना चाहते हैं उन सभी युवाओं को सहायता प्रदान करने हेतु राज्य सरकार ने समेकित बकरी पालन उद्योग योजना की शुरुआत की है योजना के अंतर्गत युवा सरकार से बकरी पालन उद्योग के लिए 60% का अनुदान प्राप्त कर सकते हैं। सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना के अंतर्गत राज्य के सामान्य वर्ग के युवाओं के साथ-साथ अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के युवाओं को ही लाभ प्रदान किया जाएगा। योजना के अंतर्गत लाभार्थी परिवार के युवा अपने लिए बकरी पालन उद्योग की स्थापना कर सकते हैं। योजना के अंतर्गत सामान्य वर्ग के युवाओं को 50% का अनुदान एवं वहीं अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओं को सरकार द्वारा 60% का अनुदान प्रदान किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत लाभ प्राप्त करने वाले युवाओं को कम से कम 5 वर्षों तक इस उद्योग को चलाना होगा। योजना के अंतर्गत राज्य सरकार का उद्देश्य राज्य में बेरोजगार युवाओं को एक अच्छे रोजगार की स्थापना करने में मदद करना एवं बेरोजगारी दर को कम करना है।