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हरदा विद्युत विभाग की लापरवाही जिंदगी की जंग हार गया मासूम, पिता ने भी चार दिन पहले घायल बेटे के सदमे में तोड़ दिया था दम, मां के कंधों पर मासूम बेटियों का बोझ

हरदा। जिले के प्रज्ञा नगर में 20 जनवरी को घर की छत पर पतंग उड़ाते समय हाई टेंशन लाइन की चपेट में आने से दो बच्चे करंट लगने से झुलस गए थे। जिनका इलाज चल रहा था।

जिसमें 9 वर्षीय दिव्यांश राठौर को पिता के अंतिम संस्कार के कारण तीन दिन पहले ही छुट्टी करवा कर हरदा लाए थे। यहां भी उसकी इलाज जारी था।

लेकिन वो नहीं बचा बीती रात उसकी मौत हो गई।

बेटे की तबीयत बिगड़ने के सदमें में चार दिन पहले ही उसके पिता की मौत हो गई थी।भोपाल एम्स में हुई थी।

हम आपको बताते है कि 20 जनवरी को मासूम बच्चे हाई टेंशन लाइन की चपेट में आ गए थे। रामानंद नगर कॉलोनी निवासी 9 वर्षीय दिव्यांश राठौर और 10 वर्षीय केशव चौरे अपने घर की छत पर पतंग उड़ा रहे थे। दोनों बहुत गरीब परिवार से थे।

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इस दौरान घर के ऊपर से गुजर रही 11 केवी की बिजली लाइन से दोनों बच्चों को करंट लग गया। घटना के बाद गुस्साए लोगों ने बिजली कंपनी के दफ्तर का घेराव किया और चक्काजाम कर दिया था।

एम्स भोपाल में चल रहा था इलाज

घटना के तुरंत बाद परिजन दोनों बच्चों को जिला अस्पताल ले गए थे, जहां से जांच के बाद दिव्यांश की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए भोपाल रेफर कर दिया गया था। वहीं इकलौते बेटे की इस हालत के सदमे में  तीन चार दिन पहले ही उसके पिता कमलेश राठौर की भी मौत हो गई थी।

परिवार पर टूटा दुख का पहाड़। बेटियां के सिर से उठा पिता का साया, भाई का प्यार

पिता के अंतिम संस्कार के लिए दिव्यांश को हरदा लाया गया, जहां एक निजी नर्सिंग होम में ड्रेसिंग के बाद उसे मौसी के घर ले जाया गया। वही उसकी तबीयत बिगड़ी और बुधवार रात साढ़े नौ बजे उसने दम तोड़ दिया। पिता-बेटे की मौत के बाद परिवार में केवल मां और दो बेटियां बची हैं। इस दुखद घटना के बाद परिवार पूरी तरह से बिखर गया।