थाना प्रभारी ने एसपी को लिखा पत्र, बोले मेरा स्थानांतरण कर दो
मकड़ाई समाचार हरदा/सिराली। थाना क्षेत्र के थाना प्रभारी द्वारा पिछले कई समय से क्षेत्र में अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाते और अवैध करोवारीयों पर कडी कार्यवाही करते नजर आ रहे है। जिससे क्षेत्र के अवैध कारोवारीयों में हलचल मची हुई और थाना प्रभारी के खिलाफ अवैध कारोवारी लामबंद होते दिखाई दे रहें है। लेकिन थाना प्रभारी द्वारा सिराली क्षेत्र में अवैध शराब, गांजा, जुआ, सट्टा सहित अन्य अवैध कार्यो पर रोक लगाई तो अवैध कारोबारी बोखला उठे और थाना प्रभारी की झूठी शिकायत जिले के एसपी आईजी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीयों को फर्जी गुमनाम शिकायत पत्र भेजकर झूठी शिकायत करते नजर रहें है। जिससे सिराली थाने और थानेदार दोनो की छबी धूमिल हो रही है।
टीआई ने लिखा एसपी को पत्र
सिराली थाने में पदस्थ टीआई राकेश गौर द्वारा अपने थाने की छबि धूमिल न हो और पद एवं थाने की बदनामी न हो तथा बार-बार जिम्मेदार अधिकारीयों को झूठी शिकायत से परेशान होकर थाना प्रभारी राकेश गौर ने एसपी मनीष अग्रवाल को पत्र लिखकर सिराली थाने से किसी अन्य थाने में स्थानांत्रण किए जाने की बात कहीं है। वही थाना प्रभारी राकेश गौर ने एसपी को पत्र के माध्यम से बताया की होली, रंग पंचमी को पूर्ण शांति रूप ढंग से संपन्न कराए जाने और नवरात्रि जैसे आस्था पर्व पर भी चिन्हित आसमाजिक तत्वों की मंशा में कामयाब नहीं होने देने से यह असामाजिक तत्व तथा अवैध कारोबार को करने वाले लोगो को अवैध कारोबार से रोकने पर इन लोगो द्वारा झूठ का सहारा लेकर बार-बार झूठी शिकायते की जा रही है। जिससे मेरी छबि धूमिल हो रहीं है वही थाने का नाम भी बदनाम किया जा रहा है।
नेता देते है असामाजिक तत्वों को बढ़ाबा
सिराली सहित हरदा जिले में असामाजिक तत्वों को बढ़ाबा देने के लिए नेताओं की भूमिका सबसे ज्यादा होते नजर आ रहें है। आजकल के छुट भैया नेता जिनके शरीर में नेतागिरी नजर आती है। वे लोग ही असामाजिक तत्वों को बढ़ाबा देने में लगे हुए नेतागिरी और बडे नेताओ के नाम का साहारा लेकर असामाजिक तत्वों को बढ़ाबा देते है और अवैध धंधा कारोबार को करवाते है जब प्रशासन अगर कोई कार्यवाहीं करने आता है तो उस पर नेताओं का दबाब भी बनाया जाता है। जिससे असामाजिक तत्वों के लोगो को बढ़ाबा मिल रहा है। लेकिन अब प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी भी अब नेताओं की नेतागिरी में नहीं पडते हुए जिम्मेदारी से अपना कार्य करते है तो ऐसे अधिकारीयों पर झूठी शिकायते दर्ज करा दी जाती है।