HARDA NEWS : जनसम्पर्क के पोस्ट पर आई प्रतिक्रियाएँ- अधिवक्ता अनिल जाट ने जनसम्पर्क विभाग से पूछा, कलेक्टर का योगदान बताएं –
सनफ्लॉवर स्कूल मामला : सफलता का श्रेय लेने की उठापटक !
मकड़ाई समचार हरदा। सनफ्लॉवर स्कूल के रजिस्ट्रेशन से वंचित 5 बच्चों को cbse परीक्षा में माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के बाद बोर्ड ने परीक्षा में शामिल करने की अनुमति दी। अब इस बात को लेकर सब तरफ श्रेय की उठापठक साफ दिखाई रही है। जबकि स्कूल प्रबंधन की लापरवाही को लेकर पेरेंट्स ने abvp को अवगत कराया था। उन्होंने इस मामले में धरना देकर स्कूल प्रबंधन पर दबाव बनाया था। पूर्व प्रिंसिपल को रेलवां के पेरेंट्स ने 20,000-20,000 देने की बात कही थी। इस बात की जांच और कार्रवाई को लेकर तो प्रबंधन ने चुप्पी साध रखी है। इस बात की अभी भी शहर में चर्चा है।
खैर, जो भी हो न्यायालय के आदेश के परिपालन में बच्चों की परीक्षा हो रही है, उनका साल और भविष्य सुरक्षित है। यही राहत की बात है।
सोशल मीडिया पर हुई पोस्ट –
कल जब जनसम्पर्क और कलेक्टर हरदा के fb अकाउंट से यह जानकारी जारी हुई। जनसम्पर्क के पोस्ट पर abvp और अन्य लोगों के कमेंट की झड़ी लग गयी। जहां abvp ने इसे अपने संघर्ष की जीत बताया। वहीं जनसम्पर्क से जारी पोस्ट पर माननीय उच्च न्यायालय के आदेश के परिपालन में कलेक्टर के विशेष प्रयास और विद्यालय समिति प्रबंधन के प्रयास से सफलता मिलने की बात कही गयी। पोस्ट में बताया गया कि समय पर फार्म जमा न होने से बच्चों को दिक्कत हुई।
इस पोस्ट पर अधिवक्ता अनिल जाट ने लिखा –
हाई कोर्ट के आदेश के परिपालन में पांचों बच्चे परीक्षा देंगे अब इसमें कलेक्टर का क्या योगदान है ये भी बताने का कष्ट करें। अगर कलेक्टर का योगदान होता तो पांचों बच्चो को कोर्ट जाना ही नही पड़ता। जनसंपर्क को प्रचार-प्रसार के रूप में आप इस्तेमाल कर रहे हो।
पुरुषोत्तम झिंझोरे ने लिखा – हरदा के सोए हुए शासन-प्रशासन को जगाया है।
मयंक काले लाला जी ने लिखा – श्रेय लेने देना बंद कीजिए जनाब 6 घण्टे दरवाजे पर बैठे है 8 दिन चक्कर लगाया है। तब जाकर स्कूल, शासन, प्रशासन डोला है। धन्यवाद हाइकोर्ट जय जय ABVP जयजय भारत माँ