मप्र में गर्मी के तीखे तेवर: दिन में गर्मी रात मे ऊमस और मच्छरों ने किया परेशान! दिन में घर से निकलने से पहले सिर और चेहरे को सूती कपड़े से ढंके
40 डिग्री के करीब पहुंचा तापमान
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 भोपाल।मध्य प्रदेश के विभिन्न शहरों में गर्मी का असर दिखाई देने लगा है।मौसम विभाग पहले ही आशंका जता चुका था कि इस बार मार्च से ही भीषण गर्मी का अहसास होने लगेगा।
40 डिग्री के करीब तापमान
उत्तरी गर्म हवाओ से प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे बने हुए हैं। इसी क्रम में बुधवार को प्रदेश में दिन का सबसे अधिक 39.4 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में दर्ज किया गया। रात का सबसे कम 13.4 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में रिकॉर्ड किया गया। हिल स्टेशन पचमढ़ी में रात का पारा 12.3 डिग्री सेल्सियस पर रहा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, धूप के तेवर और तीखे होने की संभावना है। गुरुवार को दिन का पारा 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी अफगानिस्तान और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है।दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि हवाओं का रुख पश्चिमी एवं उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। मध्य प्रदेश के आसपास के राज्यों में तपिश लगातार बढ़ रही है।वहां से लगातार आ रही गर्म हवाओं के कारण तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। गुरुवार को भी गर्मी के तेवर कुछ और तीखे हो सकते हैं। होली के बाद हर दिन तापमान में तेजी से बढ़ोतरी होगी।
दिन में गर्मी, रात मे ऊमस और मच्छर से नींद हराम
भोपाल,इंदौर सहित प्रदेश के कई शहरों मे लोग गर्मी से परेशान हो रहे दिन में तेज गर्मी और रात मे ऊमस और मच्छरो की बड़ती तादात ने लोगो को परेशान कर रखा है। गर्मी ने दिनभर लोगों को बेचैन किया। बिना पंखा चलाए बैठने में गर्माहट महसूस हुई, इसके अलावा अब ठंडे पानी से ही प्यास बुझ पा रही है। वहीं रात के तापमान में भी उछाल का सिलसिला जारी है।
9 मार्च से शुरु हुआ तीखी गर्मी का दौर
प्रदेश मे विगत 9 मार्च से तीखी गर्मी असर देखने को मिल रहा है।जिसका कारण राजस्थान से आ रही गर्म हवाएं बताया जा रहा हैं। यह बुधवार को भी जारी रहा। सुबह साढ़े 11 बजे ही पारा 33.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार को भी गर्मी से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है बल्कि और ज्यादा असर देखने को मिल सकता है।