मकड़ाई एक्सप्रेस 24 इंदौर। सरकार और किसानों के बढ़ते टकराव के बीच जब सोमवार की देर रात तक चली मीटिंग के असफल होने के बाद किसान संगठनों ने दिल्ली चलों का नारा दिया। मंगलवार की सुबह से देश के कई राज्यों से किसान अपने अपने वाहनों से दिल्ली पहुंचने के लिए निकल पड़े। इधर मप्र में भी कई जिलों के किसान दिल्ली जाने के लिए निकले तो उन्हे भी प्रशासन द्वारा रोका गया।
जिले में संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रदेश के सभी किसानों से 13 फरवरी को दिल्ली कूच का आव्हान किया था। पुलिस ने रविवार से जिले में किसान संगठन के नेताओं की धर पकड़ शुरु कर दी थी। बताया जा रहा है कि करीब 150 से अधिक किसान नेताओं को सांवेर देपालपुर अन्य थानें में बिठाया गया है और कुछ को जेल भी पहुंचाया जा रहा है।
सरकार आंदोलन को दबा रही है- किसान नेता
केंद्र की सरकार और किसानों के मध्य असफल बातचीत के बाद किसान नेताओं ने अपने संगठनों को दिल्ली बुलाने का आहवान किया था। 13 फरवरी दिल्ली कूच ओैर 16 फरवरी को ग्रामीण भारत बंद का आहवान किया हैं। इसे असफल करने के लिए किसान नेताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है।
सरकार की इस कोशिश को किसान नेता गलत बता रहे है।संयुक्त किसान मोर्चा की इंदौर इकाई के नेता रामस्वरूप मंत्री, बबलू जाधव ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े विभिन्न किसान संगठनों के नेताओं को 11 फरवरी को अलग.अलग जिलों में गिरफ्तार किया गया है। किसानों की आवाज को प्रदेश सरकार दबाने का प्रयास कर रही हैं।हमारे कई नेताओं को थानें में बिठाया गया है।