- भारत में लोकसभा में कितने सांसद होते है,
- आईए जानते हमारी लोकसभा के बारे में,
- देश की सरकार बनाने के लिए कितना बहुमत होना चाहिए
- अगर 272 सीट किसी पार्टी को नही मिली तो
- कितना होता है सरकार का कार्यकाल
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 दिल्ली। विश्व में भारतीय लोकतंत्र की सब जगह तारीफें होती हैं। यहां की संस्कृति और विचारधारा में भिन्नता होते हुए भी इतने बड़े देश में चुनाव करा लेना एक बहुत बड़ा कार्य होता हैं जिसमें देश के लोभ भी बड़ चढ़कर हिस्सा लेते है।
आईए जानते हमारी लोकसभा के बारे में
हमारी लोकसभा या भारत संसद में वर्तमान में 543 सदस्य हैं। जो 530 राज्यों से और 20 केंद्र शासित प्रदेशो से चुनकर संसद की शोभा बढ़ाते हैं। अभी ताजा जानकारी के अनुसार राज्यों से 524 और केंद्र शासित प्रदेशों से 19 लोकसभा सदस्य हैं।यह सदस्य लोकसभा चुनाव में अपने अपने संसदीय क्षेत्र से बहुमत के आधार पर चुनकर आते है।
देश की सरकार बनाने के लिए कितना बहुमत होना चाहिए
यह इस देश के लिए सबसे अहम सवाल हैं और हमारे हर एक भारतीय को इसकी पुख्ता जानकारी होना चाहिए। हम देश को चलाने वाली सशक्त सरकार देना चाहते है तो इस जानकारी को अपने जेहन में रखना बहुत ही आवश्यक हैं। हर उम्र के व्यक्ति को यह मालूम होना जरुरी है कि देश की सरकार बनती कैसे हैं और क्या उसका विधान होता है। भारत में सशक्त सरकार बनाने के लिए 50 प्रतिशत से अधिक बहुमत जरुरी है। मतलब यह है कि सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी को कम से कम 272 सीटों को अपने पाले दिखाना होगा। यदि कोई पार्टी 272 से अधिक सीट अपने बलबूते पर ले आती है तो वह खुद अपनी सरकार बनाने की घोषणा कर सकती है।
अगर 272 सीट किसी पार्टी को नही मिली तो
यह बहुत ही जरुरी है कि अगर किसी भी पार्टी को बहुमत में 272 सीट हासिल नही हुई तो ऐसी स्थिति में उसे अपने किसी सहयोगी पार्टी का सहयोग या समर्थन लेना होगा। जिसे हम राजनीतिक भाषा में गठबंधन की सरकार कह सकते है। इसमें अक्सर यह होता है कि दो पार्टियां जब मिलकर सरकार बनाती है तो उनमें पद प्रतिष्ठा की खींचतान अक्सर होती ही हैं इसलिए हर पार्टी कोशिश यह करती है कि वह खुद के दम पर 272 सीटें हासिल कर ले इसके हर तमाम प्रयास चुनाव प्रचार के दौरान किए जाते हैं। लोगो को लुभावने वाद घोषणा पत्र में दर्शाए जाते है। इसका एक यह भी फायदा है कि जब कोई पार्टी बहुमत के साथ अपनी सरकार बनाती है तो वह सदन में किसी भी मुद्दे पर प्रस्ताव कम विरोध मे पास करा लेती है। जितना बहुमत होगा उतना ही विरोध कम होगा।
कितना होता है सरकार का कार्यकाल
बहुमत प्राप्त पार्टी अपनी सरकार बनने के बाद लोकसभा अपनी पहली बैठक के लिए नियुक्त तिथि के पांच साल बाद भंग हो जाती है जल्दी विघटन के कुछ अपवाद पूर्व में रहे उन्हे छोड़कर अभी वर्तमान में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली वर्तमान 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को समाप्त होने वाला है। ऐसे में इस बार 18वीं लोकसभा के लिए आम चुनाव प्रक्रिया चल रही है।जिसके तहत सातवें चरण की वोटिंग आज 1 जून शनिवार को जारी है। अगले तीसरे दिन 4 जून को मतगणना होगी और देश का भाग्य विधाता कौन बनेगा यह तय होगा।