मकड़ाई एक्सप्रेस 24 छतरपुर। एक विवाहिता ने अपने घर के सूने कमरे में जाकर फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। इस दौरान उसका पति घर पर नही था 10 साल की बेटी ने मां फांसी के फंदे पर लटकते देखा तो चिल्लाई जिस पर घर के लोग आ गए।
मिली जानकारी के अनुसार जिले के बडामलहरा के ग्राम सरगुंवा की सीमा पत्नि धनप्रसाद अहिरवार उम्र 28 वर्ष ने फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली है। विवाहिता अपने घर के सूने कमरे जाकर फांसी लगाई उसकी बेटी ने देखा और परिजनों को आवाज दी। परिजनों ने उसे उतारकर बड़ामलहरा सिविल अस्पताल भेजा। जहां मौजूद चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। सीमा अहिरवार अक्सर बीमार रहती थी। उसकी एक बेटी 2 वर्ष की है तथा बेटा 8 माह का है। उसका पति खेत पर गया था बाकी परिवार नीचे रहता था वह ऊपर के कमरे में रहती थी। बताया गया है कि मृतका का मायका इलाहाबाद में है। कुछ वर्षों पहले उसकी शादी ग्राम सरगुवां में हुई थी। वह घर में ठीक ढंग से पति के साथ रहती थी मगर बीमार होने की वजह से वह तंग आ चुकी थी। संभवतः बीमारी के चलते ही उसने आत्महत्या सरीखा कदम उठाया है। पुलिस ने मर्ग कायम कर मायके वालों को बुलवाया है।
ब्रेकिंग
MP में मौसम लेने वाला है पलटी! मिलेगी गर्मी से राहत, लेकिन संभलकर... अप्रैल में चलेगी 'लू'! जानें प...
MP के 30 लाख किसानों की हुई चांदी, सरकार देगी सोलर पंप, बिजली बेचकर होगी मोटी कमाई! जानें पूरी Solar...
मप्र: धान खरीद और मिलिंग में 150 करोड़ का घोटाला: धान घोटाले मे 60 हजार क्विंटल धान की हेराफेरी
हंडिया: बिजली की समस्या से परेशान चार गांव के किसान पहुंचे विद्युत विभाग सब स्टेशन,किया विरोध प्रदर्...
Aaj ka rashifal: आज दिनांक 27 मार्च 2025 का राशिफल, जानिए आज क्या कहते है आपके भाग्य के सितारे
हरदा: कृषि उपज मण्डी में 28 मार्च से 1 अप्रैल तक नीलामी कार्य बंद रहेगा
हरदा: गणगौर उत्सव के चौथे दिन भक्तिमय प्रस्तुतियों से गूंजा सीताराम गार्डन
नहर की साफ सफाई के नाम पर हर साल बहाए जाते हैं लाखों रुपये, लेकिन सफाई के नाम पर होती है लीपा पोती, ...
हंडिया: आटा चक्की और किराने की दुकान पर 12 साल का बालक बेच रहा अवैध शराब,
30 मार्च को ‘‘जल गंगा संवर्धन अभियान’’ का होगा शुभारम्भ

चौधरी मोहन गुर्जर मध्यप्रदेश के ह्र्दयस्थल हरदा के जाने माने वरिष्ठ पत्रकार है | आप सतत 15 वर्षो से पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी सेवायें देते आ रहे है। आपकी निष्पक्ष और निडर लेखनी को कई अवसरों पर सराहा गया है |