हरदा: अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर वृद्धाश्रम में वृद्धजनों का किया गया सम्मान, कलेक्टर सिंह बोले बुजुर्गों की सेवा से बढ़कर कोई पुण्य कार्य नहीं है।
हरदा / अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर मंगलवार को वृद्धाश्रम में आयोजित कार्यक्रम में वृद्धजनों का सम्मान नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती भारती राजू कमेड़िया और कलेक्टर श्री आदित्य सिंह ने माल्यार्पण कर और श्रीफल प्रदान कर किया। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती कमेड़िया ने संबोधित करते हुए कहा कि परिवार में बुजुर्गों की सेवा और सम्मान हम करेंगे तभी बुजुर्ग होने पर हमारा सम्मान परिवार के कनिष्ठजन करेंगे क्योंकि बच्चे जैसा घर में देखते है वैसा ही सीखते हैं। कार्यक्रम में नशा मुक्ति संबंधी शपथ भी अतिथियों ने दिलाई।
नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती कमेड़िया ने कहा कि वृद्धाश्रम विदेशी संस्कृति का हिस्सा है। हमारे देश में बचपन से ही परिवार के बुजुर्गों की सेवा और सम्मान के संस्कार दिये जाते है। पिछले कुछ वर्षों में परिवार के वृद्धजनों को वृद्धाश्रम भेजने की गलत परिपाटी शुरू हुई है, जो ठीक नहीं है। उन्होने वृद्धाश्रम के वृद्धजनों से कहा कि कभी भी कोई जरूरत हो तो बताएं हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी। कलेक्टर श्री सिंह ने इस अवसर पर कहा कि बुजुर्गों की सेवा से बढ़कर कोई पुण्य कार्य नहीं है। उन्होने कहा कि बुजुर्गों के अधिकारों के संरक्षण के लिये सरकार ने भरण पोषण अधिनियम लागू किया है, जिसके तहत परिवार में वृद्ध माता पिता की सेवा न करने पर उनकी संतान के लिये दण्ड का प्रावधान किया गया है।
वृद्धजनों की खेल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को मिले पुरस्कार
वृद्धजन दिवस के अवसर पर वृद्धजनों के बीच चेयर रेस एवं नींबू चम्मच प्रतियोगिता आयोजित हुई, जिसके विजेताओं को कलेक्टर श्री सिंह ने पुरस्कार प्रदान किये। चेयर रेस में प्रथम पुरस्कार पुरूष वर्ग में रमेश छलोत्रे को तथा महिला वर्ग में सुमित्रा बाई को मिला। नींबू चम्मच दौड़ में पुरूष वर्ग में जयनारायण दशौरे तथा महिला वर्ग में प्रभा बाई को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया।
वृद्धाश्रम के संचालक बलराम काले ने बताया कि इस वृद्धाश्रम में अभी तक ढाई सौ से अधिक वृद्धजनों को संरक्षण दिया जा चुका है, जिनमें से लगभग 40 की मृत्यु होने पर उनके अंतिम संस्कार और श्राद्ध की व्यवस्था भी की गई है। उन्होने बताया कि 38 वृद्धजनों के आंखों के उपचार की व्यवस्था कराई गई तथा 54 वृद्धजनों के परिवारजनों से काउंसलिंग कर वृद्धजनों को आश्रम से वापस घर भिजवाया गया। कार्यक्रम में जन अभियान परिषद के कार्यकर्ताओं ने वृद्धजनों की समस्या पर केन्द्रित लघु नाटिका प्रस्तुत की।