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हरदा नपा नेता प्रतिपक्ष अमर रोचलानी का सवाल – “87 साल से करोड़ों रुपये बकाया, आखिर नगर पालिका हरदा कब वसूलेगी?”

हरदा  नगर पालिका की लापरवाही एक बार फिर उजागर हुई है। विद्युत विभाग पर 87 साल से 8.68 करोड़ रुपये से अधिक बकाया हैं, लेकिन नगर पालिका इस राशि की वसूली में पूरी तरह विफल रही है।

नेता प्रतिपक्ष अमर रोचलानी ने नगर पालिका प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब आम जनता टैक्स नहीं चुकाती, तो उनके नल कनेक्शन काट दिए जाते हैं, दुकानें सील कर दी जाती हैं, और कुर्की की कार्रवाई तक कर दी जाती है। लेकिन विद्युत विभाग पर करोड़ों रुपये बकाया होने के बावजूद नगर पालिका ने कोई ठोस कदम क्यों नहीं उठाया? क्या नगर पालिका जानबूझकर इस घोटाले को दबाने की कोशिश कर रही है?

क्या है पूरा मामला?

1936 से 1947 के बीच हरदा नगर पालिका ने विद्युत मंडल को 30 साल के लिए 52,080 वर्ग फीट जमीन लीज पर दी थी। यह लीज 1977 में समाप्त हो गई, लेकिन विद्युत विभाग ने अब तक भू-भाटक और प्रीमियम राशि का भुगतान नहीं किया।

अब तक की स्थिति:

19 सितंबर 2023 को नगर पालिका परिषद ने सर्वसम्मति से इस लीज को निरस्त करने का प्रस्ताव पारित किया।

आज 516 दिन बीत चुके हैं, लेकिन जमीन पर कब्जा लेने या बकाया राशि वसूलने की कोई कार्रवाई नहीं हुई।

नगर पालिका अध्यक्ष भारती कमेडिया और सीएमओ ने लीज निरस्तीकरण के समय बड़ी-बड़ी बातें की थीं, लेकिन अब तक यह मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।

बकाया और कानूनी स्थिति:

भू-भाटक और प्रीमियम बकाया: 8.68 करोड़ रुपये से अधिक

लीज नवीनीकरण: 1977 के बाद नहीं हुआ

कानूनी स्थिति: यह जमीन अब नगर पालिका की संपत्ति है, लेकिन कब्जे में लेने की कोई कोशिश नहीं हुई

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नेता प्रतिपक्ष अमर रोचलानी के सवाल:

1. जब लीज निरस्त हो चुकी है, तो नगर पालिका अब तक जमीन वापस क्यों नहीं ले रही?

2. विद्युत विभाग से 8.68 करोड़ रुपये की बकाया राशि की वसूली क्यों नहीं हो रही?

3. गरीब और मध्यम वर्ग के नागरिकों के बिजली बिल बकाया होने पर तुरंत कनेक्शन काट दिया जाता है, लेकिन विद्युत विभाग पर इतनी बड़ी राशि बकाया होने के बावजूद कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो रही?

4. क्या नगर पालिका प्रशासन जानबूझकर इस घोटाले को दबा रहा है और विद्युत विभाग को बचाने का प्रयास कर रहा है?

 

5. अगर जनता का पैसा वसूलने में रुचि नहीं है, तो क्या यह भ्रष्टाचार और मिलीभगत का मामला नहीं है?

नगर पालिका प्रशासन पर लापरवाही के आरोप

नेता प्रतिपक्ष अमर रोचलानी ने नगर पालिका अध्यक्ष भारती कमेडिया और सीएमओ पर इस मामले में गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नगर पालिका प्रशासन गरीबों और दुकानदारों पर तो सख्ती दिखाता है, लेकिन जब बात करोड़ों रुपये की वसूली की आती है, तो चुप्पी साध लेता है।

 

कांग्रेस पार्षदों की चेतावनी:

कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद आहंद खान और अन्य कांग्रेस पार्षदों ने चेतावनी दी है कि यदि नगर पालिका जल्द ही बकाया राशि की वसूली नहीं करती और जमीन को अपने कब्जे में नहीं लेती, तो वे नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करेंगे।

“अगर जरूरत पड़ी, तो यह मुद्दा कलेक्टर के सामने उठाया जाएगा और न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया जाएगा।”

जनता को जवाब चाहिए!

हरदा की जनता यह जानना चाहती है कि उनके टैक्स के पैसे का सही उपयोग कब होगा? क्या नगर पालिका इस वसूली को लेकर गंभीर होगी, या यह मामला भी अन्य घोटालों की तरह फाइलों में ही दबकर रह जाएगा?