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गुजरात मे बारिश का कहर 28 लोगो की मौत,सेना ने 17800 लोगो को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया

मकड़ाई एक्सप्रेस 24 गुजरात। पूरे प्रदेश मे बारिश ने हाहाकार मचा रखा है।पिछ्ले 4 दिनों मे बारिश और मकान ढहने से संबंधित घटनाओं में 28 लोगो की मौत की जानकारी मिली है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रो से 17800 लोगो को निकाला।अधिकारियों ने जानकारी दी कि राज्य के कुछ हिस्सों में बुधवार को लगातार चौथे दिन भी भारी बारिश जारी है।

7 लोग पुल पार करते ट्रेक्टर ट्राली के साथ बहे

पुलिस अधिकारी ने बताया कि जान गंवाने वालों में वे सात लोग शामिल हैं जो रविवार को मोरबी जिले के हलवद तालुका के धवना गांव के पास पुल पार करते समय एक ट्रैक्टर ट्रॉली के बह जाने के बाद लापता हो गए थे।उनके शव बरामद कर लिए गए हैं।

वडोदरा में शहर से होकर बहने वाली विश्वामित्री नदी का पानी रहवासीय इलाकों में जाने से जलजमाव हो गया और इमारतें, सड़कें और वाहन पानी में डूब गए।

पीएम मोदी ने की सीएम भूपेंद्र पटेल से की बात

गुजरात के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी रहने के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फोन पर बातचीत करके स्थिति का जायजा लिया और इस संकट से निपटने के लिए राज्य को केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।

बुधवार को सौराष्ट्र क्षेत्र के देवभूमि द्वारका, जामनगर, राजकोट और पोरबंदर जैसे जिलों में शाम 6 बजे तक 12 घंटे की अवधि में 50 मिलीमीटर से लेकर 200 मिलीमीटर तक बारिश हुई. इस अवधि के दौरान देवभूमि द्वारका जिले के भानवद तालुका में 185 मिलीमीटर बारिश हुई, जो राज्य में सबसे अधिक है.

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गुरुवार को भी भारी बारिश की संभावना

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार को सौराष्ट्र के जिलों के अलग-अलग हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान जताया है. अधिकारियों ने बताया कि वडोदरा शहर में अपने घरों और छतों में फंसे लोगों को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), और सेना की तीन टुकड़ियों ने निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।बुधवार को शहर में सेना की तीन अतिरिक्त टुकड़ियां और एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की एक-एक टुकड़ियां तैनात की गईं.

सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ का पानी कम होते ही वडोदरा शहर में सफाई उपकरण तैनात किए जाएं और कीटाणुनाशक का छिड़काव किया जाए. उन्होंने निर्देश दिया कि इस उद्देश्य के लिए अहमदाबाद और सूरत के नगर निगमों और भरूच और आणंद की नगर पालिकाओं से टीमों को वडोदरा में तैनात किया जाए.  मुख्यमंत्री ने वडोदरा में बचाव और राहत कार्यों में प्रशासन की सहायता के लिए एनडीआरएफ की पांच अतिरिक्त टीमों और सेना की चार टुकड़ियों को तैनात करने का आदेश दिया. उन्होंने कहा कि अहमदाबाद और सूरत से बाढ़ प्रभावित शहर में अतिरिक्त बचाव नौकाएं भी भेजी जानी चाहिए.

भारतीय वायुसेना भी राहत और अभियान में लगी

अधिकारियों ने कहा कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के अलावा सेना, भारतीय वायुसेना और तटरक्षक बारिश से तबाह हुए इलाकों में बचाव और राहत अभियान चला रहे हैं, जिसमें अब तक करीब 17,800 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है और 2,000 लोगों को बचाया गया है.  पिछले चार दिनों में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 28 लोगों की मौत हो चुकी है. ये मौतें राजकोट, आणंद, महिसागर, खेड़ा, अहमदाबाद, मोरबी, जूनागढ़ और भरूच जिलों से हुई हैं।

प्रदेश कि 24 नदियां खतरे के निशान से बह रही हैं ऊपर रेल सड़क मार्ग बाधित

आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य में 140 जलाशय और बांध के साथ 24 नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. बारिश के कारण यातायात और रेलगाड़ियों की आवाजाही भी बाधित हुई है, क्योंकि सड़कें और रेलवे लाइन जलमग्न हो गई हैं.  विज्ञप्ति में कहा गया है कि 206 बांधों में से 122 को उनके जलस्तर में तेज वृद्धि के कारण हाई अलर्ट पर रखा गया है.  पश्चिमी रेलवे के अहमदाबाद मंडल ने कहा कि 48 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं, 14 आंशिक रूप से रद्द कर दी गईं और छह को बीच में ही रोक दिया गया. उसने कहा कि अन्य 23 रेलगाड़ियों का मार्ग परिवर्तन किया गया।