Sagar News : लोकायुक्त ने पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा, सर्पदंश से मृत्यु पर अनुदान राशि के बदले रिश्वत मांग रहा था
मकड़ाई एक्सप्रेस 24 सागर। मप्र में विधानसभा चुनाव के तहत आचार संहिता लगी हुई बावजूद इसके अधिकारी कर्मचारी रिश्वत लेने से अपना मोह नही छोड़ पा रहे हैं। सागर लोकायुक्त ने ऐसे ही एक पटवारी को रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ा हैं।सागर लोकायुक्त एसपी योगेश्वर शर्मा ने जानकारी देते बताया कि पन्ना जिले की अमानगंज तहसील के रामपुर ग्राम निवासी जगत सिंह यादव ने उन्हे शिकायत की थी उनकी तहसील के पटवारी देवेन्द्र प्रजापति सपदंश में मृत्यु की शासकीय अनुदान राशि जारी करने के बदले रुपयों की मांग कर रहा है।
जगत सिंह ने शिकायती आवेदन मे बताया कि उसके भाई की सर्पदंश से मृत्यु के बाद मिलने वाली सरकारी अनुदान की राशि के लिए उन्होंने तहसील कार्यालय में आवेदन दिया था जिसे जारी करने के एवज में पटवारी देवेन्द्र प्रजापति ने उनसे 7000ध्. रुपये की रिश्वत की मांग की है।
शिकायत मिलने पर लोकायुक्त टीम ने पटवारी को रंगे हाथ गिरफतार करने की योजना बनाई और फरियादी जगत सिंह को रुपये देकर पटवारी को पन्ना बस स्टेंड पर बुलाया गया। जहां पर पटवारी और उनका एक सहयोगी के पहुंचते ही जगतसिंह ने उसे रिश्वत के 7000 थमाये पटवारी ने जैसे ही रुपये हाथ में लिए,लोकायुक्त टीम ने घेरकर उसे पकड़ लिया। लोकायुक्त ने दोनों के हाथ धुलवाए जो गुलाबी हो गए इसके बाद लोकायुक्त सागर की टीम ने दोनों आरोपियों के खिलाफ विधि अनुसार भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। ज्ञात हो कि पटवारी के विरुद्ध पूर्व में 05 अप्रैल 2021 को भी पन्ना ज़िले में ही 5000. रुपये रिश्वत लेने पर लोकायुक्त ने प्रकरण दर्ज किया था।
जिसमें 09 मई 2023 को विशेष न्यायालय पन्ना में चालान भी पेश किया जा चुका है और इसकी सूचना विभाग को भी दी जा चुकी थी इसके बावजूद ये अभी ड्यूटी पर है इस पर निलंबन की कार्यवाही नही की गई हैं यह विचारणीय विषय है। सभवतः इस पर वरिष्ठ अधिकारियों की कृपा या राजनैतिक संरक्षण प्राप्त हो सकता है।